Asim Munir: शातिर पाकिस्तानी आर्मी चीफ सिर्फ भारत के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी आवाम के लिए भी खतरा हैं। इसकी बानगी रावलपिंडी से सामने आई है जहां एक शातिर आतंकी सैफुल्लाह कसूरी धीरे-धीरे अपना पांव पसारता नजर आ रहा है। हाफिज सईद की भूमिका को धीरे-धीरे अपना रहे लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी सैफुल्लाह कसूरी को आसिम मुनीर का समर्थन प्राप्त है। यदि आसिम मुनीर का बैकअप नहीं होता, तो भला सैफुल्लाह रावलपिंडी में कैसे आतंक का खेल खेलता। Asim Munir की ये शातिरबाजी पाकिस्तान की आवाम के लिए ही काल है और जो दूसरों के लिए गड्ढा खोंद रहे हैं। वो खुद ही गड्ढे में गिर पड़ेंगे।
लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी सैफुल्लाह कसूरी को संरक्षण दे रहे Asim Munir
दरअसल, जब एक आतंकी खुल्लम-खुल्ला सड़कों पर काफिले के साथ चलेगा, तो हुक्मरानों को कटघरे में खड़ा होना ही होगा। ऐसी ही एक तस्वीर पाकिस्तान के रावलपिंडी से सामने आई है जहां हाफिज सईद का स्थान ले रहा लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी सैफुल्लाह कसूरी धीरे-धीरे अपने पांव पसार रहा है। इस आतंकी को आसिम मुनीर का संरक्षण प्राप्त है। यदि पाकिस्तानी सेना या हुक्मरानों का संरक्षण नहीं होता, तो भारत में कई आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार सैफुल्लाह कसूरी यूं काफिले के साथ रावलपिंडी की सड़कों पर नंगा-नाच नहीं करता। Asim Munir का इतिहास भी दागी है और पहले भी कई आतंकियों को संरक्षण देने का आरोप पाकिस्तानी सेना प्रमुख पर लग चुका है। ऐसे में ये स्पष्ट है कि रावलपिंडी में यूं सरेआम जनसंपर्क को रफ्तार दे रहा सैफुल्लाह कसूरी भी एक प्यादा है जिसे मुनीर सेना संरक्षण दे रही है।
भारत में आतंकी वारदात को अंजाम दे चुका है सैफुल्लाह कसूरी!
हाल ही में हुआ पहलगाम हमला हो, या कश्मीर में होने वाली आतंकी घटनाएं। सैफुल्लाह का नाम उन प्रमुख साजिशकर्ताओं में शामिल रहता है, जो भारत को नुकसान पहुंचाने की दिशा में काम करते हैं। Asim Munir के प्यादे सैफुल्लाह का नाम भी उसी में शुमार है। पहलगाम आतंकी हमले के प्रमुख साजिशकर्ताओं में शामिल शामिल सैफुल्लाह तब चर्चा में आया था जब ऑपरेशन सिंदूर के बाद उसका एक भाषण वायरल हुआ था। ऑपरेशन सिंदूर के बाद सैफुल्लाह कसूरी ने लाहौर में भारत के खिलाफ जहर उगला था जिसके बाद ISI के अधिकारी उसे सुरक्षा देने में जुटे थे। ये पुख्ता तौर पर दर्शाता है कि आसिम मुनीर और पीएम शहबाज के साए में सैफुल्लाह धीरे-धीरे पनप रहा है।