PM Modi Muhammed Yunus Meeting: पड़ोसी मुल्कों में हताशा के साथ एक अजीब सी बेचैनी है। इसका प्रमुख कारण है थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में हुई एक बैठक। दरअसल, BIMSTEC शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी मोहम्मद यूनुस मीटिंग सफलतापूर्वक संपन्न हो गई। समाचार एजेंसी एएनआई ने इस बैठक से जुड़ा एक वीडियो जारी किया है जिसमें पीएम मोदी और मोहम्मद यूनुस गुफ्तगू करते नजर आ रहे हैं। चीन और पाकिस्तान जैसे देशों की बेचैनी इस दृश्य को देखकर निश्चित तौर पर बढ़ गई होगी। अब बड़ा सवाल ये है कि क्या PM Modi Muhammed Yunus Meeting के बाद भारत-बांग्लादेश के संबंध पटरी पर लौट सकते हैं? ऐसी संभावना इसलिए व्यक्त की जा रही थी क्योंकि मोहम्मद यूनुस लंंबे समय से पीएम मोदी से मुलाकात करने की जुगत में थे। अंतत: अब Thailand में बैठक संपन्न ही हो गई है।
Bangkok में गर्मजोशी के साथ PM Modi से मिले Muhammed Yunus!
लंबे समय से भारतीय प्रधानमंत्री से मुलाकात की हसरत पाल रहे बांग्लादेशी अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस की ख्वाहिश पूरी हो गई है। अंतत: बैंकॉक में जाकर पीएम मोदी मोहम्मद यूनुस मीटिंग संपन्न हुई है। बैंकॉक में दोनों नेता बड़े गर्मजोशी के साथ मिले हैं, जो कि पाकिस्तान और चीन जैसे देशों के लिए बेचैनी का कारण बन सकता है। ये मुलाकात कई मायनो में खास है। बता दें कि शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद पीएम मोदी से मिले मोहम्मद यूनुस ने वार्ता में भी हिस्सा लिया है। बीते दिनों में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमले ने India-Bangladesh संबंधों पर बर्फ जमा दी थी। हालांकि, अब PM Modi Muhammed Yunus Meeting के बाद दोनों देशों के संंबंध पटरी पर लौट सकते हैं। इसकी संभावना जताई जा रही है। निकट भविष्य में इस मुलाकात का क्या असर होगा, इस पर सबकी पैनी निगाहें जमी हुई हैं।
BIMSTEC शिखर सम्मेलन को लेकर पीएम मोदी का पक्ष
थाईलैंड पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि ये वैश्विक भलाई को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है। यह जरूरी है कि हम इसे मजबूत करें और अपने जुड़ाव को और गहरा करें। इस संदर्भ में, मैंने हमारे सहयोग के विभिन्न पहलुओं को शामिल करते हुए 21-सूत्रीय कार्य योजना प्रस्तावित की है। बता दें कि भूटान, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड, म्यांमार, बांग्लादेश जैसे देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ मंच साझा करते हुए PM Modi ने BIMSTEC सम्मेलन में हिस्सा लिया है। इस दौरान उन्होंने सदस्य देशों को यूपीआई से जुड़ने, बिम्सटेक चैंबर ऑफ कॉमर्स की स्थापना करने, वार्षिक व्यापार शिखर सम्मेलन आयोजित करने और क्षेत्र में स्थानीय मुद्राओं में व्यापार को बढ़ावा देने की संभावनाएं तलाशने का प्रस्ताव पारित किया है।
बढ़ती तल्खियों के बीच क्यों अहम है PM Modi Muhammed Yunus Meeting?
अतीत के पन्ने पलाटेंगे तो आपको इस सवाल का जवाब खुद-ब-खुद मिल जाएगा। कैसे बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद अंतरिम सरकार की नजदीकियां पाकिस्तान और चीन से बढ़ी हैं। कैसे मोहम्मद यूनुस ने चीन का दौरा कर भारत के पूर्वोत्तर राज्यों का जिक्र किया? इससे पहले भी हिंदू अल्पसंख्यकों के साथ हिंसा के मामले में अंतरिम सरकार की विफलता नजर आई थी। ऐसे में जहां एक ओर पहले Sheikh Hasina भारत के साथ कदम-ताल करती थीं, वहीं मोहम्मद यूनुस का China & Pakistan के साथ जाना चिंता का विषय था। हालांकि, अब आसार जताए जा रहे हैं कि बैंकॉक में PM Modi Muhammed Yunus Meeting के बाद स्थिति थोड़ी संभल सकती है। इसी आसार की वजह से दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच हुई बैठक बेहद अहम मानी जा रही है।