US China Trade War: दुनिया के दो सबसे ताकतवर व शक्तिशाली देश China और America के बीच जारी विवाद थमने का नाम नहींं ले रहा है। बता दें कि राष्ट्रपति Donald Trump ने एक बार फिर ड्रैगन पर टैरिफ बम फोड़ा है। दरअसल ट्रंप ने चीन पर लगाए 125 प्रतिशत टैरिफ को बढ़ाकर 145 प्रतिशत कर दिया है, हालांकि अन्य देशों को अमेरिकी राष्ट्रपति ने 90 दिनों की राहत दी है, जिसके बाद अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या भारतीय एक्सपोर्टर को नई उड़ान मिलने वाली है, हम ऐसा इसलिए कह रहे है कि यह कई हद तक संभव है कि इतने गुणा टैरिफ के बाद विदेशी कंपनियां भारत का रूख कर सकती है। आईए जानते है इससे सभी अहम जानकारी।
US China Trade War के बीच Trump का एक और टैरिफ बम
मालूम हो कि China और America का विवाद तेजी से बढ़ता जा रहा है। जिसने अन्य देशों की परेशानी बढ़ा दी है। इसी बीच एक बार फिर यूएस ने ड्रैगन को झटका देते हुए 125 प्रतिशत टैरिफ को बढ़ाकर 145 प्रतिशत कर दिया है। बताते चले कि इसकी पुष्टि खुद व्हाइट हाउस ने की है। इसमें फेंटानिल की तस्करी में चीन की कथित भूमिका की वजह से उस पर अतिरिक्त 20 फीसदी टैरिफ भी लगाया गया है।
मालूम हो कि टैरिफ के बाद चीन ने साफ कहा था कि बातचीत के लिए दरवाजे खुले है, लेकिन डराने, धमकाने से हम झुकने वाले नहीं है। व्हाइट हाउस के मुताबिक चीन से आने वाले सभी सामानों पर 145 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाएंगे। गौरतलब है कि इसके बाद ट्रंप ने एक बैठक में कहा कि “इस दौरान कुछ बदलावों की कीमत चुकानी होग, लेकिन अंत में यह एक सुंदर चीज साबित होगी, हम एक बहुत अच्छी स्थिति में है”।
ट्रेड वॉर के बीच क्या भारतीय एक्सपोर्टर को मिलेगी नई उड़ान?
बता दें कि चीन पर इतना भारी भरकम टैरिफ लगाने के बाद अब विदेश कंपनियां जो चीन में काम रही है, वह भारत को देख रही है। गौरतलब है कि चीन ने भी अमेरिका पर 84 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया था, जिसके बाद अमेरिका ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 145 प्रतिशत का टैरिफ लगा दिया है। जिसके बाद से ही कंपनियों टेंशन बढ़ गई है,
वहीं अब यह संभव है कि दुनिया की बड़ी कंपिनयां जो China में बसी हुई है, वह भारत का रूख कर सकती है, यानि US China Trade War भारत के लिए एक बेहतरीन मौका साबित हो सकता है, साथ ही कई एक्सपर्ट का मानना है कि भारतीय एक्सपोर्टर को मिलेगी नई उड़ान मिल सकती है, वहीं भारतीय अर्थव्यवस्था के लिहाज से भी अच्छी खबर मिल सकती है। इसी के बीच भारत टैरिफ को लेकर लगातार अमेरिका से बातचीत कर रहा है।