Amroha Viral Video: उत्तर प्रदेश के अमरोहा में कुछ पुलिसवालों के द्वारा गरीब चायवाले को पीटने का मामला सामने आया है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आला अधिकारियों ने तुरंत एक्शन लेते हुए आरोपी पुलिसकर्मियों पर एक्शन ले लिया है। सोशल मीडिया पर अब ये वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें चाय वाले को कुछ पुलिसवाले पीट रहे हैं, इस तरह के आरोप लगे हैं। ये घटना रात के समय की है. वीडियो वहां पर मौजूद एक व्यक्ति ने बताया है जिसमें वो बता रहा है कि, बिना कारण मारपीट की जा रही है.
चायवाले के साथ मारपीट करना पुलिसवालों पर पड़ा भारी
इस Amroha Viral Video को Sachin Gupta नाम के एक्स हैंडल से पोस्ट किया गया है. इसके साथ ही कैप्शन में मामले से जुड़ी जानकारी देते हुए लिखा है कि, “यूपी : अमरोहा जिले में पुलिसवालों ने चाय विक्रेता शमशुद्दीन, बेटे शाकिब और शहादत को बुरी तरह पीटा। कहा जा रहा है कि पुलिसवाले नशे में थे और सामान लेने को लेकर विवाद हुआ था। सिपाही राहुल भाटी और विजय सस्पेंड हुए। दरोगा आकाश कुमार, सिपाही राहुल राणा, दीपक तोमर लाइन हाजिर किए।”
वीडियो में कुछ लोग मारपीट कर रहे हैं. पुलिसवालों ने वर्दी नहीं पहनी हुई है. जमकर बवाल करने वाले इस पुलिसकर्मियों पर एक्शन हो गया है.
Amroha Viral Video पर पुलिस का एक्शन
चायवाले पिता और बेटे के साथ मारपीट करने वाले पुलिस वालों पर कार्रवाई की जानकारी खुद Amroha Police की तरफ से सोशल मीडिया पर दी गई है.
जिसमें लिखा है “दिनांक 08.08.2025 को सूचना प्राप्त हुई कि दिनांक 07.08.2025 की रात्रि को थाना रजबपुर पर तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा सडक किनारे स्थित एक खोखा संचालक से मारपीट की गई है । प्रकरण की जांच क्षेत्राधिकारी नगर द्वारा की गई जिसमें आरक्षी राहुल भाटी व आरक्षी विजय को प्रथम दृष्टा दोषी पाया गया व तीन अन्य पुलिसकर्मी उ0नि0 आकाश कुमार, आरक्षी राहुल राणा व आरक्षी दीपक तोमर को भी कार्य में लापरवाही करना पाया गया। जिसके दृष्टिगत पुलिस अधीक्षक अमरोहा द्वारा तत्काल प्रभाव से आरक्षी राहुल भाटी व आरक्षी विजय को निलंबित किया गया व उ0नि0 आकाश कुमार,आरक्षी राहुल राणा व आरक्षी दीपक तोमर को पुलिस लाइन स्थानांतरित किया गया। प्रकरण की विस्तृत विभागीय जांच क्षेत्राधिकारी लाइन को प्रदान की गई है ।”
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी सोशल मीडिया पर मौजूद वीडियो /पोस्ट पर आधारित है। डीएनपी इंडिया हिन्दी/लेखक किसी भी प्रकार के दावे और सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।