Nitin Gadkari: हर रोज अपने काम पर जाने वाले लोग अक्सर वाहनों के ध्वनि प्रदूषण से परेशान रहते हैं। अगर आप अपनी पर्सनल गाड़ी से सफर करते हैं, तो यह दिक्कत कई बार ज्यादा देखने को मिलती है। मगर हो सकता है कि आने वाले कुछ महीनों में इस समस्या से मुक्ति मिल जाए। जी हां, ऐसी संभावना है। दरअसल, केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री Nitin Gadkari ने इस गंभीर परेशानी की ओर सबका ध्यान खींचा है। सोमवार को एक कार्यक्रम के दौरान नितिन गडकरी ने कहा कि आने वाले दिनों में गाड़ी के हॉर्न की आवाज में बदलाव किया जा सकता है।
Nitin Gadkari के बयान से सैंकड़ों लोगों को मिलेगी राहत!
फिलहाल सड़कों पर चलने वाली गाड़ियों में कई तरह के हॉर्न लगाए जाते हैं। कई बार गाड़ी का हॉर्न इतना तेज होता है कि आसपास के लोगों के दिमाग तक पर इसका बुरा असर पड़ता है। ऐसे में Nitin Gadkari का हालिया बयान रोजाना ट्रैफिक जाम में फंसकर ध्वनि प्रदूषण का शिकार होने वाले सैंकड़ों लोगों को राहत दे सकता है। नितिन गडकरी ने एक समारोह में कहा कि आने वाले दिनों में गाड़ी के हॉर्न से ढोलक, बांसुरी, तबला, वायलिन और हारमोनियम जैसे भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों की ध्वनि सुनने को मिल सकती है।
नितिन गडकरी के मुताबिक, केंद्र सरकार इसका प्रयास कर रही है कि एक ऐसा कानून बनाया जाए, जिसके तहत वाहनों के हॉर्न में केवल भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों की ध्वनि का ही इस्तेमाल हो। जब वाहनों के हॉर्न से भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों की ध्वनि निकलेगी, तो उन्हें सुनना सुखद एहसास दे सकता है। हालांकि, इस योजना को कब तक अमल में लाया जाएगा, इस बारे में नितिन गडकरी ने कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है।
नितिन गडकरी का प्लान क्या ध्वनि प्रदूषण पर लगाएगा लगाम?
अगर Nitin Gadkari की योजना अमल में आती भी है, तो भी बड़ा सवाल है कि क्या वाहनों से भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों की आवाज नॉइस प्रदूषण की परेशानी को दूर कर पाएगी? कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ध्वनि प्रदूषण की वजह से सबसे अधिक दिक्कत बुजुर्गों को होती है। कई हेल्थ एक्सपर्ट की मानें, तो अल्जाइमर बीमारी इंडिया में डाइमेंशिया का प्रमुख कारण होता है। ऐसे में माना जा रहा है कि नितिन गडकरी का खास प्लान ध्वनि प्रदूषण की समस्या को दूर करने में मददगार साबित हो सकता है। हालांकि, अभी इसके लिए थोड़ा इंतजार करना होगा।