Anant Singh: राजनीतिक मुद्दों की बात हो और बिहार का जिक्र न हो, तो ऐसा लगता है कि कुछ तो छूट गया है। दरअसल, बिहार की राजनीति एक बार फिर चर्चाओं में है। हालांकि, अबकी बार चर्चाओं का केन्द्र नीतिश कुमार, तेजस्वी यादव, चिराग पासवान नहीं, बल्कि बाहुबली नेता अनंत सिंह हैं। मुंगेर में राजनीति का केन्द्र माने जाने वाले अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग द्वारा की गई गोलीबारी के बाद राज्य की सियासी तस्वीर बदलती नजर आ रही है। पुलिस ने भले ही पूर्व विधायक Anant Singh और सोनू-मोनू पर मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन सवाल अभी भी कई हैं। पूछा जा रहा है कि क्या अनंत सिंह बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान Nitish Kumar के लिए चुनौती पेश करेंगे? क्या मोकामा गोलीकांड का असर बिहार की राजनीति पर पड़ेगा? ऐसे में आइए हम आपको इन सभी समीकरणों के बारे में विस्तार से बताने की कोशिश करते हैं।
मोकामा गोलीकांड के बाद क्या बदलेगी राजनीति की तस्वीर?
मुंगेर जिला के मोकामा में स्थित नौरंगा गांव में बाहुबली नेता अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के बीच हुई फायरिंग कई सवालों को जन्म दे रही है। इससे सुशासन की साख पर भी सवाल उठ रहे हैं। एक ओर मुख्यमंत्री Nitish Kumar बिहार में बहार का जिक्र कर लोगों को आकर्षित करने की कोशिश में जुटे हैं। वहीं दूसरी ओर नीतीश कुमार को समर्थमन दे चुके अनंत सिंह का एक आपराधिक कृत्य में लिप्त होना उन्हें सवालों के घेरे में खड़ा करता है। RJD के कई नेताओं ने मोकामा गोलीकांड और Anant Singh को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। दावा किया जा रहा है कि निकट भविष्य में विपक्ष, मोकामा गोलीकांड को मुद्दा बनाकर जनता के बीच जा सकता है। ऐसे में संभावना है कि आगामी दिनों में बिहार की राजनीतिक तस्वीर बदली नजर आए और आरोप-प्रत्यारोप का एक और दौर देखने को मिले।
Nitish Kumar के लिए कितनी चुनौती पेश करेंगे Anant Singh?
गौरतलब है कि पूर्व विधायक अनंत सिंह RJD से बगावत कर चुके हैं। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अनंत सिंह जेडीयू से टिकट के दावेदार भी हैं। इससे पहले उन्होंने 2024 लोकसभा चुनाव में जेडीयू उम्मीदवार लल्लन सिंह को समर्थन भी दिया था। ऐसे में दावा किया जा रहा है कि निकट भविष्य में टिक बंटवारे के वक्त Anant Singh जेडीयू के लिए मुश्किल पैदा कर सकते हैं। हालांकि, मोकामा गोलीकांड के बाद उनकी साख पर फिर छिटे पड़े हैं।
ऐसे में यदि Nitish Kumar की जेडीयू अनंत सिंह को मोकामा से उम्मीदवार बनाती है, तो इसका असर मुंगेर के अलावा बेगूसराय, लक्खीसराय, खगड़िया और शेखपुरा आदि जैसे जिलों में भी पड़ सकता है। एक ओर Anant Singh के समर्थक जहां इस पहल के लिए जेडीयू से जुड़ेंगे, तो वहीं दूसरी ओर विरोधी खेमा नीतीश कुमार के खिलाफ और मजबूती से आवाज उठाएगा। ऐसे में ये लगभग तय है कि अनंत सिंह निकट भविष्य में Nitish Kumar के लिए चुनौती पेश करते नजर आएंगे।