Pappu Yadav: मुखर तौर पर अपनी तीखी टिप्पणियों के लिए छाप छोड़ चुके पूर्णिया सांसद एक बार फिर सोशल मीडिया सेंसेशन बने हैं। अबकी बार पप्पू यादव ने ना तो तेजस्वी यादव पर कुछ बोला है और ना ही सीएम नीतीश कुमार को लपेटा है। पप्पू यादव के निशाने पर अबकी बार चीन है जो भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तकरार के इस दौर में अलग खेल खेलता नजर आ रहा है। Pappu Yadav ने भारत के खिलाफ रणनीति बनाने में माहिर चीन को सबक सिखाने की मांग कर डाली है। इसके लिए पूर्णिया सांसद ने जोरदार प्रहार भरे अंदाज में PM Modi से खास अपील की है। व्यंगात्मक लहजे में अपने हिस्से का पक्ष रखते हुए पप्पू यादव ने पीएम मोदी से पूछा है कि वे चीन से व्यापार पर पूरी तरह प्रतिबंध क्यों नहीं लगा देते।
भारत-पाक तकरार के बीच Pappu Yadav ने कर दी चीन पर प्रतिबंध लगाने की मांग
बगैर किसी लाग-लपेट के पूर्णिया सांसद ने ड्रैगन को सबक सिखाने का फॉर्मूला तय कर लिया है। पप्पू यादव ने पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए व्यंगात्मक लहजे में कहा है कि “जब चीन खुलकर पाकिस्तान के साथ खड़ा है, तो चीन से व्यापार पर पूरी तरह प्रतिबंध क्यों नहीं? उसको मुफ्त में 140 करोड़ लोगों का बाज़ार क्यों परोस रखे हो मोदी जी? आपका जिंगपिंग से बड़ा याराना था तो उसने भारत विरोध की हिमाकत कैसे की? लाल आंख दिखाने की बात करने वालों के मुंह पर ताला क्यों?” सांसद Pappu Yadav की ये प्रक्रिया अब आग की लपटों के समान तेजी से सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही है और यूजर्स अपने हिस्से का पक्ष रख रहे हैं।
पाकिस्तान को समर्थन देने से पहले असमंजस की स्थिति में चीन
ऐसी बिसात बिछाई गई है कि कोई भी देश पाकिस्तान के साथ खुलकर आने से पहले सोच रहे हैं। ये भारत की सधी रणनीति का हिस्सा है कि ड्रैगन भी असमंजस की स्थिति में है। दरअसल, चीन ने पहलगाम हमले की निंदा की थी और दोनों देशों संयम बरतने की अपील की थी। हालांकि, फिर बाद में ड्रैगन ने सधी चाल चलते हुए पाकिस्तान की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और राष्ट्रीय स्वतंत्रता का जिक्र कर अपना समर्थन दे दिया। ऐसे में ये दो कदम चीन की अस्पष्ट रणनीति को दर्शाते हैं और ये बताता है कि ड्रैगन खुलकर भारत के सामने आने से कतरा रहा है। इस दूसरे बयान के आधार पर Pappu Yadav समेत भारत के अन्य कई नेता चीन से व्यापार पर प्रतिबंध लगाने की बात कह रहे हैं, ताकि उसे सबक सिखाया जा सके और पाकिस्तान के पर कतरे जा सकें।