Jagdeep Dhankhar: सियासी गलियारों का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। मामला नए उपराष्ट्रपति के चयन का है, सो देश-दुनिया के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले भारतीयों की निगाहें इस पर जमी हैं। दरअसल, जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति का पद रिक्त हो गया है। इस संवैधानिक पद की जिम्मेदारी किसे मिलेगी इसको लेकर जोर-आजमाइश का दौर जारी है। Jagdeep Dhankhar के इस्तीफे के बाद प्रभार कौन संभालेगा इसका पुख्ता जवाब अभी तक सामने नहीं आया है।
हां, कुछ संभावित नाम जरूर हैं जिन पर जोरों से चर्चा हो रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि नीतीश कुमार, वीके सक्सेना और मनोज सिन्हा समेत कुछ अन्य चेहरे उपराष्ट्रपति पद के लिए रेस में बरकरार हैं। हालांकि, इसको लेकर किसी भी तरह की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। ऐसे में आइए हम आपको कुछ संभावित नाम के बारे में बताते हैं जो देश के अगले उपराष्ट्रपति हो सकते हैं।
Jagdeep Dhankhar के बाद उपराष्ट्रपति बनने की रेस में ये पांच प्रमुख नाम!
हम पहले ही स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि यहां बताए गए नाम सिर्फ और सिर्फ संभावित चेहरे के तौर पर हैं। जगदीप धनखड़ के बाद उपराष्ट्रपति का पद किसे मिलेगा ये आने वाले समय में तय हो सकेगा। हालांकि, अभी नीतीश कुमार की दावेदारी पर प्रबल चर्चा हो रही है। दो दशकों से बिहार के मुख्यमंत्री रहे नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बनाकर राजनीतिक रूप से सम्मानजनक विदाई दी जा सकती है।
दूसरा नाम दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना का है जो बीजेपी आलाकमान के बेहद खास रहे हैं। वीके सक्सेना दिल्ली की राजनीति में अहम भूमिका निभा चुके हैं। उनकी नियुक्ति के 3 वर्ष भी पूरे हो चुके हैं जिसके बाद उन्हें Jagdeep Dhankhar के बाद देश का उपराष्ट्रपति बनाए जाने पर चर्चा हो रही है।
तीसरा नाम यूपी की सियासत से आने वाले मनोज सिन्हा का है जो फिलहाल J&K में उपराज्यपाल के पद पर तैनात हैं। 6 अगस्त, 2025 को मनोज सिन्हा अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा कर लेंगे। मनोज सिन्हा मोदी सरकार में मंत्री भी रहे हैं और उनकी आलाकमान से अच्छी पैठ है। इस दिशा में वे भी Jagdeep Dhankhar के बाद उपराष्ट्रपति पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं।
चौथी दावेदारी राज्यसभा के उपसभापति व जेडीयू सांसद हरिवंश नारायन सिंह की है। बिहार चुनाव को मद्देनजर रखते हुए नीतीश कुमार के इस करीबी नेता को भी NDA उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में उतार सकता है।
वहीं पांचवा नाम स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर के पुत्र राम नारायण ठाकुर का है जिनको Jagdeep Dhankhar के बाद उपराष्ट्रपति बनाकर बीजेपी बिहार चुनाव में ईबीसी मतदाताओं को साध सकती है। इससे इतर भी कई अन्य नाम हैं जो उपराष्ट्रपति की रेस में बताए जा रहे हैं।
जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद शुरू हुआ जोर-आजमाइश का दौर!
मानसून सत्र की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही जगदीप धनखड़ ने सभी को चौंकाते हुए इस्तीफा दे दिया। इसके बाद से जोर-आजमाइश का दौर जारी है। विपक्ष जहां एक ओर Jagdeep Dhankhar के इस्तीफे को संवैधानिक पद का अपमान बताकर बीजेपी पर हमलावर है। वहीं बीजेपी के शीर्ष नेता इस मसले पर बोलने से कतरा रहे हैं। कई ऐसे प्रमुख नामों की चर्चा की जा रही है, जो देश के अगले उपराष्ट्रपति बन सकते हैं। हालांकि, सबकी निगाहें जगदीप धनखड़ पर टिकी हैं कि वे आगे क्या कुछ कहते हैं।