Delhi Assembly Election 2025: Exit Poll होता कैसे है? एग्जिट पोल का महत्व क्या है? एजेंसियां सियासी समीकरण का आंकलन लगाने के लिए क्या-क्या तरकीब अपनाती हैं? मतदान के बीच इन तमाम सवालों को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। Exit Poll को लेकर सवालों का अंबार लगना शुरू हो चुका है। दिल्ली एसेंबली इलेक्शन 2025 के लिए मतदान संपन्न होने के साथ एजेंसियां एग्जिट पोल के आंकड़े भी पेश करना शुरू कर देंगी। इन सबसे इतर हम आपको तमाम सवालों के जवाब देने के साथ Delhi Assembly Election 2025 से जुड़े लेटेस्ट अपडेट सांझा करेंगे।
Exit Poll को लेकर तेज हुई सुगबुगाहट के बीच समझें एजेंसियों की तरकीब!
एग्जिट पोल मतदाताओं के मिजाज को समझने और उसके आधार पर सियासी समीकरण का आंकलन लगाने के लिए किया जाता है। दिल्ली एसेंबली इलेक्शन 2025 के लिए जारी मतदान के बीच एजेंसियां Exit Poll को लेकर तैयारी में जुट गई हैं। इसके लिए पोलिंग बूथ के बाहर लोगों को तैनात किया जाता है। एग्जिट पोल में मतदाताओं से पूछा जाता है कि उन्होंने किस पार्टी या उम्मीदवार को मतदान किया है। इसी रिपोर्ट के आधार पर चुनावी नतीजों का अनुमान लगाया जाता है। एजेंसियां एक नियमित प्रश्नवाली भी तैयार करती हैं। इसमें मतदाताओं की आयु, लिंग, जाति और सामाजिक आर्थिक स्थिति जैसी जानकारी रखी जाती है और फिर इसके बाद आंकलन पेश किए जाते हैं। एजेंसियों के मुताबिक Exit Poll का भी अपना एक महत्व है। इससे समीकरण समझने में आसानी होती है। हालांकि, वास्तविक परिणाम ECI की घोषणा के बाद ही पता चल पाता है।
Delhi Assembly Election 2025 मतदान से जुड़े लेटेस्ट अपडेट
दोपहर 1 बजे तक दिल्ली में 33.31 फीसदी मतदान हुआ है। इस बीच सीलमपुर से लेकर ग्रेटर कैलाश, जंगपुरा समेत कुछ अन्य सीटों पर छिटफुट तल्खियां नजर आई हैं। राजनीतिक दल अपने-अपने हिस्से का आरोप-प्रत्यारोप लेकर चुनाव आयोग के समक्ष पहुंच रहे हैं। हालांकि, चुनाव आयोग बेहद सख्ती के साथ मतदान पर नजर जमाए हुए है। ECI ने मतदाताओं से स्पष्ट किया है कि Delhi Assembly Election 2025 में अपने मताधिकार का प्रयोग करें और लोकतंत्र को मजबूत करने में योदगान दें।