Election Commission of India: कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने ECI की ईमानदारी पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। उनका कहना है कि ”पूरा देश कह रहा है कि चुनाव आयोग ईमानदारी से काम नहीं कर रहा।” Election Commission of India ने भी साख पर उठते सवाल के बीच अपना पक्ष रखा है। ईसीआई ने कहा कि एक 3-सदस्यीय आयोग, ईसीआई को बदनाम करने के लिए बार-बार जानबूझकर दबाव डालने की रणनीति पर ध्यान देगी। दावा किया जा रहा है कि इलेक्शन कमिशन ऑफ इंडिया के पक्ष रखने के साथ ही सारे भ्रम और कयासबाजी दूर होंगे। इसके साथ ही ‘दूध का दूध और पानी का पानी’ होगा।
Congress सांसद ने Election Commission of India पर साधा निशाना
राजीव शुक्ला ने कहा है कि “पूरा देश कह रहा है कि चुनाव आयोग ईमानदारी से काम नहीं कर रहा। सब जानते हैं कि चुनाव आयोग विपक्ष की किसी भी शिकायत पर ध्यान नहीं देता। खुलेआम फर्जी वोटर बनाए जा रहे हैं। महाराष्ट्र में 2 महीने में 82 लाख नए वोटर बन गए और जिन सीटों पर वोटरों की संख्या बढ़ी, वहां बीजेपी जीत गई। चुनाव आयोग को ये दिख नहीं रहा कि खुलेआम पैसा बांटा जा रहा है।” नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी बीते दिन लोकसभा में Election Commission of India की भूमिका पर सवाल उठाया था। Rahul Gandhi ने भी महाराष्ट्र का जिक्र कर ECI की भूमिका पर इशारों-इशारों में ही सवाल उठाए थे।
ECI ने तमाम उठते सवाल के बीच स्पष्ट किया रुख
चुनाव आयोग ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए ‘दूध का दूध, पानी का पानी’ कर दिया है। आयोग का कहना है कि “3-सदस्यीय आयोग ने सामूहिक रूप से दिल्ली चुनावों में ईसीआई को बदनाम करने के लिए बार-बार जानबूझकर दबाव डालने की रणनीति पर ध्यान दिया है। यह एकल सदस्य निकाय है और संवैधानिक संयम बरतने का फैसला किया है। इस तरह के षड़यंत्र को समझदारी से, दृढ़ता से अवशोषित किया जाएगा और इस तरह के आक्षेपों से प्रभावित नहीं होना चाहिए।”
आयोग ने राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर कार्रवाई का आंकड़ा पेश किया है। Election Commission of India का कहना है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में 1.5 लाख से अधिक अधिकारियों द्वारा प्रत्येक मामले में जांच की जाती है। अधिकारी निष्पक्ष खेल और गैर-पक्षपातपूर्ण आचरण सुनिश्चित करने के लिए स्थापित कानूनी ढांचे, मजबूत प्रक्रियाओं और एसओपी के भीतर काम कर रहे हैं।”