Delhi Pollution: साल का आखिरी दिन भी दिल्ली वालों के लिए प्रदूषित हवा के साथ शुरू हुआ। पूरे दिसंबर में दिल्ली की हवा खराब और बहुत खराब श्रेणी में दर्ज हुई। सीपीसीबी यानी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, बुधवार को दिल्ली का औसत एक्यूआई 383 दर्ज किया गया। राजधानी में सिर्फ प्रदूषित हवा ही नहीं, बल्कि घने कोहरे और सर्दी का सितम भी लोगों का सिरदर्द बढ़ा रहा है। सुबह के समय पर काफी कम दृश्यता होने की वजह से राजधानी के आईजीआई एयरपोर्ट पर भी प्रभाव देखने को मिला।
Delhi Pollution से इन इलाकों का बुरा हाल, आईएमडी ने जारी किया अलर्ट
सीपीसीबी के अनुसार, बुधवार को दिल्ली के कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब से गंभीर कैटेगरी में रिकॉर्ड की गई। आनंद विहार में 452, अशोक विहार में 427, आया नगर में 416, पंजाबी बाग में 420, आरके पुरम में 427, जहांगीरपुरी में 423 और वजीरपुर में 436 एक्यूआई दर्ज किया गया।
वहीं, आईएमडी यानी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में घना कोहरा देखने को मिल सकता है। यह स्थिति आने वाले कुछ दिनों तक बनी रह सकती है। ऐसे में लोगों को सड़क, रेल और हवाई मार्ग से यात्रा करने से पहले संबंधित विभाग से संपर्क करना चाहिए। आईएमडी ने घना कोहरा छाए रहने के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। बुधवार को अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम पारा 8 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। ऐसे में लोगों को सर्दी से भी काफी परेशानी हो सकती है। यही स्थिति नए साल यानी 1 जनवरी 2026 को भी देखने को मिल सकती है।
दिल्ली प्रदूषण और घने कोहरे ने फ्लाइट्स ऑपरेशन्स पर डाला असर
बुधवार को दिल्ली में घने कोहरे की वजह से आईजीआई एयरपोर्ट पर कई फ्लाइट्स कैंसिल और डायवर्ट हुई। दिल्ली एयरपोर्ट ने बताया है कि आईजीआई पर 78 अराइवल, 70 डिपार्चर कैंसिल किए गए और दो फ्लाइट्स को डायवर्ट किया गया। दिल्ली एयरपोर्ट ने एक एडवाइजरी जारी कर कहा कि आईजीआई पर सीएटी-3 लैंडिंग प्रोटोकॉल एक्टिवेट कर दिए हैं।
दिल्ली हवाईअड्डे के मुताबिक, सीएटी-3 लैंडिंग प्रोटोकॉल एक्टिवेट होने से खास इक्विपमेंट वाले एयरक्राफ्ट और ट्रेंड पायलट बहुत कम विजिबिलिटी में, जो अक्सर जीरो के करीब होती है। एडवांस्ड ऑटोलैंड सिस्टम का इस्तेमाल करके लैंड कर पाते हैं। हालांकि, इन टेक्निकल सेफ्टी उपायों के बावजूद, एयरपोर्ट ने चेतावनी दी है कि मौजूदा हालात की वजह से पूरे दिन लगातार देरी और संभावित कैंसिलेशन हो सकते हैं।
प्रदूषण से लड़ने के लिए सरकार धूल नियंत्रण को दे रही प्राथमिकता
उधर, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया, “दिल्ली में धूल नियंत्रण के लिए बड़ी कार्रवाई। नई सड़कें, एंड-टू-एंड पेविंग और सड़क निर्माण के हर चरण में धूल नियंत्रण को प्राथमिकता दी जा रही है, ताकि कहीं भी डस्ट मिटिगेशन में कमी न रहे। दिल्ली सरकार केवल अपने स्तर पर नहीं, बल्कि एनसीआर के पड़ोसी शहरों जैसे – नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ और हरियाणा के कई जिलों के साथ मिलकर समन्वित प्रयास कर रही है। दिल्ली की सड़कों की सफाई के लिए आधुनिक मैकेनिकल स्वीपर्स तैनात किए गए हैं, जो एक साथ धुलाई भी करते हैं और धूल-मिट्टी को पूरी तरह हटाते हैं। दिल्ली सरकार की प्राथमिकता है, स्वच्छ सड़कें, कम धूल और साफ हवा।”






