Delhi Pollution: दिल्ली में ठंड की बढ़ती ताकत के साथ प्रदूषण भी अपना कहर दिखा रहा है। गुरुवार को राजधानी का एक्यूआई यानी एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 358 रिकॉर्ड किया गया। सीपीसीबी यानी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में बीते दो दिनों से प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी से नीचे यानी बहुत खराब कैटेगरी में था। गुरुवार को भी दिल्ली के लोगों को थोड़ी राहत मिली और पॉल्यूशन का लेवल 400 से नीचे दर्ज किया गया। हालांकि, घने कोहरे की वजह से दृश्यता का स्तर बिल्कुल शून्य हो गया। प्रदूषण से लड़ने के लिए दिल्ली सरकार ने गत दिवस कई अहम कदम उठाए हैं।
Delhi Pollution से निपटने के लिए सरकार ने लिए कड़े फैसले
राजधानी के लोग पिछले कई दिनों से साफ हवा के लिए तरस रहे हैं। ऐसे में दिल्ली सरकार ने शहर के लोगों को राहत देने के लिए कुछ कठोर फैसले लिए हैं। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया दिल्ली सरकार, पर्यावरण और वन विभाग ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि ग्रैप-4 यानी ग्रेडिड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान के दौरान, बिना वैलिड पीयूसी सर्टिफिकेट वाले किसी भी वाहन को फ्यूल नहीं दिया जाएगा। बीएस-6 कैटेगरी से नीचे के गैर-दिल्ली रजिस्टर्ड वाहनों के दिल्ली में एंट्री पर रोक रहेगी और कंस्ट्रक्शन मटीरियल ले जाने वाले वाहनों की आवाजाही पर पूरी तरह से रोक रहेगी।
उधर, दिल्ली सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा ने बताया, दिल्ली के प्रदूषण को रोकने के लिए रेखा गुप्ता सरकार ने कुछ खास कदम लिए हैं। निर्माण कार्य रुकने से प्रभावित सभी रजिस्टर्ड और वेरिफाइड निर्माण मजदूरों के खातों में 10000 डीबीटी होंगे। दिल्ली के सभी सरकारी व प्राइवेट दफ्तरों में 50% वर्क फ्रॉम होम मैंडेटरी, स्वास्थ्य जैसी आवश्यक सेवाओं के लिए छूट रहेगी।
क्या इन उपायों से दिल्ली प्रदूषण में आएगी कमी?
मालूम हो कि सीएक्यूएम यानी एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन ने 13 दिसंबर को दिल्ली और आसपास के इलाकों में ग्रैप-4 को लागू किया था। बुधवार को दिल्ली सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए नए नियमों का ऐलान किया। इसके बाद नए नियमों के पालन के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस और ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की टीमों को गुरुवार को पेट्रोल पंप और दिल्ली के बॉर्डर पर तैनात किया गया।
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में लगभग 650 से अधिक पेट्रोल पंप स्टेशन हैं। ऐसे में नियमों को सही ढंग से लागू करने के लिए दिल्ली में 126 चेकपॉइंट्स पर लगभग 580 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा, जिसमें दिल्ली की सीमाओं पर एंट्री पॉइंट भी शामिल हैं। इसके अलावा, दिल्ली में सड़कों पर 37 स्पेशल “प्रखर” एनफोर्समेंट वैन भी मौजूद रहेंगी।
