Moirang Day: दिल्ली की एक शाम नेताजी सुभाष चेद्र बोस के नाम समर्पित रही है। ब्रिगेडियर संजय छिकारा, कुंवर शेखर, मानब मजूमदार, रविन्द्र इंद्रराज सिंह जैसे दिग्गजों की उपस्थिति में आज मोइरंग डे पर नेताजी को श्रद्धा-सुमन अर्पित किया गया है। नई दिल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुंवर शेखर ने कई बातें रेखांकित की हैं। मौके पर उपस्थित दिग्गजों ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के योदगान का जिक्र कर बताया है कि कैसे देश की आजादी के लिए उन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी थी। Moirang Day पर इस खास कार्यक्रम का आयोजन का लक्ष्य देश के युवाओं के बीच महान स्वतंत्रता सेना सुभाष चंद्र बोस के योगदानों की जानकारी पहुंचना है।
नई दिल्ली में Moirang Day पर गरजे दिग्गज Kunwar Shekhar

शोभित विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कुंवर शेखर ने आज मोइरंग डे पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस को नमन किया है। कुंवर शेखर ने नई दिल्ली में स्थित FICCI के प्रांगण में आयोजित खास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मोइरंग दिवस से याद दिलाता है कि हम आजाद थे, आजाद हैं और आजाद रहेंगे। कुंवर शेखर ने आजादी की लड़ाई का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे कई गुमनाम से चेहरे थे जिन्होंने आजादी की लड़ाई में प्राणों को न्योछावर किया।
ऐसे तमाम वीर स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने अपनों की परवाह किए बगैर आजादी की लड़ाई में शामिल होने की ठानी। उस संयुक्त प्रयास की देन है कि हमें आजादी मिली। ऐसे में आज Moirang Day उन तमाम वीर सेनानियों को याद करने का दिन है जिनकी वीरता के कारण हम आज खुली हवा में सांस ले पा रहे हैं। कुंवर शेखर ने इसके साथ ही कार्यक्रम में आए सभी आगंतुकों का अभिवादन कर नेताजी सुभाष चंद्र बोस को नमन किया और अपनी वाणी को विराम दिया।
दिग्गजों ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को याद कर किया नमन
नई दिल्ली में स्थित FICCI के प्रांगण में मोइरंग डे पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान मौके पर उपस्थित तमाम दिग्गजों ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को नमन किया। इसमें कुंवर शेखर के अलावा ब्रिगेडियर संजय छिकारा, मानब मजूमदार, रविन्द्र इंद्रराज सिंह जैसे दिग्गजों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को खास बनाया। सभई ने Moirang Day पर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को याद करते हुए युवाओं से अपील है कि उन्हें देश की आजादी से जुड़े तथ्यों को पढ़ना चाहिए। इन तमाम लोगों ने खास तौर पर नेताजी को पढ़ने की सलाह दी है कि कैसे उन्होंने अंग्रेजों की नाक में दम कर देश को आजादी दिलाने में भूमिका निभाई थी।