Red Fort Blast: दिल्ली लाल किला कार ब्लास्ट मामले की गुत्थी अभी भी अनसुलझी है। बीते सोमवार को दिल्ली लाल किले के पास कार में धमाका क्यों हुआ? किसने इस घटना को अंजाम दिया? क्या इसमें कोई आतंकी संगठन शामिल था? जांच एजेंसियां इन सवालों के जवाब तलाश रही हैं। 10 नवंबर की शाम 6:52 बजे राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास सुभाष मार्ग ट्रैफिक सिग्नल पर एक हुंडई i20 कार में हुआ शक्तिशाली धमाका साफ तौर पर एक आत्मघाती हमले की ओर इशारा करता है।
बता दें कि सुरक्षा एजेंसियों ने अब संकेत दिया है कि हुंडई i20 कार में विस्फोटक लगाए गए थे और फिर उसमें विस्फोट किया गया। इन सबके बीच, यह अभी भी पता नहीं चल सका है कि आरोपी आतंकवादी डॉक्टर उमर मोहम्मद जिंदा है या नहीं। इस बीच, खबर सामने आई है कि उसकी मां और भाई को हिरासत में ले लिया गया है। कथित आरोपी आतंकवादी डॉक्टर उमर फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल में वांछित था। सुरक्षा एजेंसियों को दिल्ली लाल किला कार ब्लास्ट में फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से संबंध होने का संदेह है। आइए जानते हैं कि लाल किला कार ब्लास्ट में दिल्ली पुलिस को अब तक कौन से अहम सुराग मिले हैं, जिनकी जांच अब तक चल रही है।
लाल किला ब्लास्ट में अब तक कौन से अहम सुराग मिले हैं? – Red Fort Blast
- मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की मानें तो लाल किले के पास हुए भीषण हादसे में शामिल कार में विस्फोटक रखे गए थे। इसलिए, एजेंसियों को अब आत्मघाती हमले का शक है। बताया जा रहा है कि पुलवामा के तारिक ने वह कार खरीदी थी जिसमें विस्फोट हुआ था। उसे भी हिरासत में लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। खुफिया एजेंसियों को शक है कि कथित आतंकवादी डॉक्टर उमर मोहम्मद उस i20 कार में सवार था, जो एक संभावित संकेत प्रतीत होता है। हालाँकि, अंतिम जाँच रिपोर्ट का अभी इंतज़ार है और अब जल्द ही जारी होने की उम्मीद है।
- पुलिस सूत्रों के अनुसार, अब तक की जाँच में पता चला है कि लाल किला कार बम विस्फोट के तार फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े हो सकते हैं। फ़िलहाल, पुलिस मृतक कार सवार का डीएनए टेस्ट कराने की तैयारी कर रही है। इससे यह पुष्टि हो जाएगी कि कार में असल में डॉक्टर उमर मोहम्मद ही सवार था या कोई और। गौरतलब है कि फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल का एक आतंकी डॉक्टर उमर मोहम्मद फरार चल रहा था।
- सूत्रों के अनुसार, एजेंसियों को शक है कि सोमवार को पुलिस ने एक आतंकी मॉड्यूल का बड़ा खुलासा करके आतंकियों के मंसूबों को नाकाम करने वाली दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस के सामने आए आतंकी मॉड्यूल के भीतर कई सक्रिय समूह हैं। बताया जा रहा है कि एक समूह के सदस्य दूसरे समूह से अनजान हैं। इसलिए, एजेंसियों को शक है कि जैसे ही पुलिस ने एक मॉड्यूल का पर्दाफाश किया, दूसरे मॉड्यूल ने दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार बम विस्फोट को अंजाम दे दिया होगा। हालाँकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। एक जिम्मेदार पत्रकार होने के नाते, मैं दिल्ली कार बम विस्फोट मामले की अंतिम जाँच रिपोर्ट का इंतज़ार कर रहा हूँ। मैं डीएनपी इंडिया हिंदी के माध्यम से विश्वसनीय स्रोतों से आप तक सभी अपडेट पहुँचा रहा हूँ।
जैश-ए-मोहम्मद से कनेक्शन होने का संदेह – लाल किला ब्लास्ट
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में बीते सोमवार शाम लाल किले के पास हुए कार बम विस्फोट के पीछे पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ होने का संदेह है। कार बम विस्फोट में जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े संगठनों के शामिल होने का शक बढ़ता जा रहा है। एजेंसियां हर पहलू से मामले की जाँच कर रही हैं। इसके अलावा, जाँच एजेंसियां इस घटना को आत्मघाती हमले के रूप में भी देख रही हैं। अगर ऐसा था, तो इसके पीछे कौन था? जाँच तेज़ी से चल रही है। जैश-ए-मोहम्मद हो या लश्कर-ए-तैयबा, आईईडी लगाना और कारों में विस्फोट करना पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों का एक मॉड्यूल रहा है। पुलवामा में भी आतंकवादियों ने इसी तरह का हमला किया था।
लाल किला ब्लास्ट: कब और कैसे हुआ हादसा?
मालूम हो कि 10 नवंबर की शाम 6:52 बजे राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास सुभाष मार्ग ट्रैफिक सिग्नल पर एक हुंडई i20 कार में जोरदार धमाका हुआ। इस धमाके में कुछ राहगीर घायल हो गए और कई वाहन के क्षतिग्रस्त होने की खबरें सामने आई। आधिकारिक तौर साझा की गई जानकारी के मुताबिक इस घटना में अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है और 20 अन्य घायल हुए हैं। जिन्हें एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना की सूचना मिलने के दस मिनट के भीतर ही दिल्ली क्राइम ब्रांच और दिल्ली स्पेशल ब्रांच की टीमें घटनास्थल पर पहुँच गईं और स्थिति को नियंत्रित करने के बाद बचाव और राहत कार्य अभियान शुरू कर दिया था।
इसके कुछ ही मिनटों बाद, एनएसजी और एनआईए की टीमें, एफएसएल के साथ मिलकर घटनास्थल पर गहन जाँच करती नज़र आईं। जिसके कुछ समय बाद अधिकारियों ने आसपास के सभी सीसीटीवी कैमरों की जाँच के आदेश दिए। बहरहाल, पुलिस और दूसरी एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि दिल्ली लाल किले के पास बीते सोमवार शाम 6:52 बजे कार ब्लास्ट कैसे हुआ।
