Monday, May 19, 2025
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India-China: चीन ने जिस क्षेत्र पर लगाई बुरी नजर अब भारत उसे बनाएगा टूरिस्ट हब, उठा सकेंगे ट्रैकिंग और एडवेंचर का लुत्फ

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चीन का प्लान होगा फेल

बताया जा रहा है कि भारत का ये कदम चीन के कथित प्रोग्राम विलेजेस प्रोग्राम को नाकाम करने के लिया गया है। भारत ने वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम की शुरूआत की है। इस कदम से चीन को एक कड़ा संदेश मिलेगा। कहा जा रहा है कि भारत ने चीन को उसी की भाषा में जवाब देने के लिए इस प्रोग्राम को शुरू किया है।

सिविल-मिलिट्री साझेदारी के तहत

वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम को सिविल-मिलिट्री साझेदारी के तहत शुरू किया गया है। इस योजना का मुख्य मकसद है कि चीन के समीप बसे भारतीय गांवों से पलायन को रोकना और वहां की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना। भारत ने ये कदम ऐसे वक्त में उठाया है, जब चीन लगातार पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में अपना दावा पेश कर रहा है।

उठा सकेंगे इनका लुत्फ

खबरों के मुताबिक, इस योजना के तहत चीन सीमा के पास ट्रैकिंग, होमस्टे, कैंम्पिंग साइट्स, एडवेंचर स्पोर्ट्स और आध्यात्मिक हब बनाने के लिए जोर दिया जाएगा। ये भी कहा जा रहा है कि प्रदेश की सरकार द्वितीय विश्व युद्द् के दौरान विमानों के दुर्घटना स्थल को भी पर्यटन हब के तौर पर विकसित करने की तैयारी कर रही है।

भारतीय वायु सेना तैयार करेगी लैंडिंग ग्राउंड

बताया जा रहा है कि किबिथू और मेशाई में सरकार की तरफ से ये सारा काम पहले से ही किया जा रहा है। हालांकि, अब कई जनजातियों के स्थानीयों घरों को भी विकसित करने का काम तेजी से किया जा रहा है। इस मकसद को पूरा करने के लिए राज्य सरकार ने भारतीय वायु सेना के साथ सबसे पास के एडवांस लैंडिंग ग्राउंड वालेंग में हैलीकॉप्टरों के लिए एक कमर्शियल लैंडिंग ग्राउंड बनाने का भी फैसला लिया है।

Amit Mahajan
Amit Mahajanhttps://www.dnpindiahindi.in
अमित महाजन DNP India Hindi में कंटेंट राइटर की पोस्ट पर काम कर रहे हैं.अमित ने सिंघानिया विश्वविद्यालय से जर्नलिज्म में डिप्लोमा किया है. DNP India Hindi में वह राजनीति, बिजनेस, ऑटो और टेक बीट पर काफी समय से लिख रहे हैं. वह 3 सालों से कंटेंट की फील्ड में काम कर रहे हैं.

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