Sunday, December 1, 2024
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भारत का Chief Justice बनना नहीं था आसान, परमानेंट जज बनने के लिए Sanjiv Khanna ने किया 23 साल का लंबा इंतजार

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Chief Justice Sanjiv Khanna: देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के सबसे बड़े जज के रुप में संजीव खन्ना (Sanjiv Khanna) ने शपथ ले ली है। वह जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (Dhananjaya Y. Chandrachud) के रिटायरमेंट के बाद 51 वें मुख्य न्यायाधीश बने हैं। CJI बनते ही वह गूगल से लेकर अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्रेंड करने लगे । लोग उनके बारे में जानना चाहते हैं। नए सीजेआई 13 मई 2025 को रिटायर होंगे। संजीव खन्ना के पास भले ही काम करने का मात्र 6 महीने का अल्प समय हो लेकिन वह अनुच्छेद 370 , सेंट्रल विस्टा सहित तमाम अहम फैसलों के लिए हमेशा भारत के इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गए हैं, आने वाले समय में वह कई बड़े मुद्दों पर फैसला सुना सकते हैं।

Supreme Court के CJI Sanjiv Khanna ने परमानेंट जज बनने के लिए किया 23 साल इंतजार

संजीव खन्ना का जन्म 16 मई 1960 को वकालत से जुड़े परिवार में हुआ। उन्होंने अपनी सारी पढ़ाई दिल्ली के स्कूलों और कॉलेज से की है। लंबे इंतजार के बाद संजीव खन्ना भारत के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बने हैं। लेकिन उनका यहां तक पहुंचने का सफर काफी संघर्ष भरा रहा है। संजीव खन्ना ने अपनी वकालत की शुरुआत 1983 में दिल्ली बार काउंसिल से की थी। संजीव खन्ना ने दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट से प्रैक्टिस शुरु की थी। संजीव खन्ना के पिता जस्टिस देव राज खन्ना दिल्ली हाई कोर्ट के पूर्व जज रह चुके हैं। वहीं, उनके चाचा एच आर खन्ना सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज थे। बीबीसी रिपोर्ट के अनुसार, नए CJI को परमानेंट जज बनने के लिए 23 साल तक इंतजार करना पड़ा था। साल 2005 में वह दिल्ली के एडीशनल हाई कोर्ट के जज बने थे। इसके बाद 2006 में वह परमानेंट जज बने। साल 2019 में वह सुप्रीम कोर्ट जज बने। देश की सर्वोच्च न्यायालय में 5 साल तक जज के रुप में सेवाएं देने के बाद वह 2024 में सर्वोच्च न्यायालय के सर्वोच्च जज बन गए हैं।

Chief Justice Sanjiv Khanna इन बड़े मामलों में सुना सकते हैं फैसला

CJI संजीव खन्ना आने वाले समय में सेम सेक्स मैरिज, मैरिटल रेप, नागरिकता (संशोधन) अधिनियम और दांपत्य अधिकारों के जुड़े बड़े मामलों में अहम फैसले दे सकते हैं। संजीव खन्ना के पास वकालत का लंबा अनुभव है। इसके साथ ही वह दिल्ली ज्यूडिशियल एकेडमी के प्रमुख भी रहे हैं। ऐसे में वह आने वाले 6 महीनों में किन बड़े मामलों में फैसला सुनाते हैं , ये आने वाला वक्त ही बताएगा।

इन बड़े फैसलों के लिए हमेशा जानें जाएंगे चीफ जस्टिस संजीव खन्ना

चीफ जस्टिस बनने से पहले संजीव खन्ना Article 370 , चुनाव से जुड़े Electoral Bond,दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, VVPAT से जुड़ा मामले और RTI से जुड़े मामलों में अहम फैसला सुना चुके हैं।

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Aarohi
Aarohihttps://www.dnpindiahindi.in/
आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

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