Jammu Kashmir Encounter: दोमुंहा पाकिस्तान लाख हिदायत के बावजूद अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। इसी क्रम में नादेर, त्राल और अवंतीपोरा में आज फिर नापाक गतिविधियां ट्रेस की गई हैं। हालांकि, भारतीय सेना ने पूरी तत्परता के साथ मोर्चा संभालते हुए आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया है। जम्मू कश्मीर एनकाउंटर की खबरें सुर्खियों का विषय बनी हैं। जम्मू कश्मीर में जारी मुठभेड़ के बीच पाकिस्तान का दोमुंहा रुख सामने आया है और पड़ोसी मुल्क ने सिंधु जल समझौता पर भारत से पुनर्विचार करने की अपील की है। Jammu Kashmir Encounter के बीच पाकिस्तान का जल समझौता पर पुनर्विचार की अपील करना, उसके चरित्र पर सवाल खड़े करता है। एक ओर पड़ोसी मुल्क खून बहाए और भारत से पानी छोड़ने की उम्मीद पाले, ये कहीं से भी जायज नहीं है। भारत ने साफ तौर पर कह दिया है कि पानी और खून एक साथ नहीं बहेगा।
आतंकियों को सेना का मुंहतोड़ जवाब, Jammu Kashmir Encounter से जुड़े अपडेट
नापाक मंसूबो के साथ भारत पर बुरी नजर रखने वाले आतंकियों को सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है। यदि कश्मीर के किसी भी हिस्से में आतंकी गतिविधियां ट्रेस की जा रही हैं, तो सेना तत्परता के साथ उन्हें खत्म करने में जुटी है। जम्मू कश्मीर एनकाउंटर से जुड़ी ताजा अपडेट ये है कि भारतीय सेना की चिनार कोर ने 15 मई 2025 को खुफिया इनपुट के आधार पर पुलिस और श्रीनगर सेक्टर सीआरपीएफ द्वारा नादेर, त्राल, अवंतीपोरा में एक कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया था। सतर्क सैनिकों द्वारा संदिग्ध गतिविधि देखी गई और चुनौती दिए जाने पर, आतंकवादियों ने भारी गोलीबारी शुरू कर दी और भीषण गोलीबारी हुई।
सेना की ओर से जवाबी कार्रवाई का दौर जारी है और आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। Jammu Kashmir Encounter पर भारतीय सेना ने कहा है कि आतंकियों को उन्हीं की भाषा में जवाब दिया जा रहा है और उन्हें नेस्तनाबूद करने के लिए मिशन जारी है। बता दें कि इससे पहले सेना ने शोपियां में भी मुठभेड़ के दौरान लश्कर-ए-तैयबा के तीन खूंखार आतंकियों को मार गिराया था।
पाकिस्तान ने भारत से की सिंधु जल संधि पर पुनर्विचार की अपील
एक ओर कश्मीर में खून बहाने की साजिश रच रहे हैं, दूसरी तरफ भारत से नरम रुख की उम्मीद रखते हैं। दरअसल, आतंक के आकाओं ने भारत से अपील है कि वे सिंधु जल संधि पर पुनर्विचार करें। भारत सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद साफ तौर पर बड़ा कदम उठाते हुए सिंधु जल संधि रद्द कर दी गई थी। इसका असर ये हुआ है कि पाकिस्तान अब धीरे-धीरे सूखा, अकाल और आर्थिक विनाश की ओर बढ़ रहा है। यही वजह है कि पड़ोसी मुल्क ने भारत के सामने घुटने टेकते हुए सिंधु जल संधि पर पुनर्विचार की अपील करने की बात कही है। हालांकि, भारत ने साफ तौर पर स्पष्ट कर दिया है कि खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा। ऐसे में Pakistan जब तक अपने नापाक मंसूबों से भारत को नुकसान पहुंचाने की साजिश रचेगा, तब तक जल संधि पर विचार नहीं किया जाएगा।