Ken-Betwa River Linking Project: भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के 100वीं जयंती पर आज प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश पहुंचे, जहां उन्होंने कई प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया, जिसमे से एक है Ken-Betwa River Linking Project, गौरतलब है कि इस परियोजना के पूरा होने पर एमपी और यूपी के कई जिले के किसानों का इसका फायदा होने की उम्मीद है। चलिए आपको बताते है परियोजना से दो राज्यों को किसानों से कैसे फायदा होगा, और इसके मायने क्या है?
Ken-Betwa River Linking Project से किसानों को कैसे होगा फायदा
बताते चले कि इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद एमपी और यूपी के कई जिलों के किसानों को फायदा मिलने वाला है। बता दें कि यह परियोजना बुंदेलखंड में स्थित है। परियोजना शुरू होने के बाद एमपी के पन्ना, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, दतिया, विदिसा, शिवपुरी, रायसेना तो यूपी के बांदा, महोबा, झांसी और ललितपुर जैसे कम पानी वाले इलाकों में किसानों को काफी फायदा मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा 30 लाख से अधिक लोगों को साफ पीने का पानी भी मिलेगा।
कब शुरू होगी यह परियोजना?
बता दें कि आज PM Modi द्वारा Ken-Betwa River Linking Project का शिलान्यास किया गया। केन नदी और बेतवा नदी यमुना की दो सहायक नदियाँ केन-बेतवा लिंक नहर की लंबाई 221 किमी होगी। जिसमें 2 किमी लंबी सुरंग भी शामिल है। इसके तहत 10.62 लाख हेक्टेयर सिचाई के लिए और 62 लाख लोगों को पीने का पानी उपलब्ध होगा। वहीं इस परियोजना का पूरा होने में करीब 8 साल का समय लग सकता है।
शिलान्यास के बाद पीएम मोदी ने क्या कहा?
एमपी में कई परियोजनाओं का शिलान्यास करने के बाद PM Modi ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि “आज हमारी सरकार देशभर में नदियों को जोड़ने के अभियान को गति दे रही है, इस प्रोजेक्ट का सपना भी अब साकार होने वाला है।
बुंदलेखंड क्षेत्र में स्मृद्धि और खुशहाली के नए द्वार खुलेंगे। भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की आज 00वीं जयंती मनाई जा रही है। यह सुशासन का भी पर्व है। सुशासन ही भाजपा की पहचान है”।