Nitesh Rane: महाराष्ट्र के साथ देश के सियासी गलियारों में ‘बुर्का पॉलिटिक्स’ को लेकर चर्चा छिड़ गई है। दरअसल, देवेन्द्र फडणवीस की कैबिनेट में मंत्री नितेश राणे का पत्र सुर्खियां बटोर रहा है जिसमें ‘बुर्का’ को लेकर बड़ीं मांग की गई है। महाराष्ट्र 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा से ठीक पहले नितेश राणे द्वारा लिखा गया पत्र चौक-चौराहों से लेकर गली-मोहल्लों तक में पढ़ा जा रहा है। Nitesh Rane ने शिक्षा मंत्री दादा भुसे से मांग की है कि परीक्षा केंद्रों में किसी को भी बुर्का पहनकर प्रवेश करने की अनुमति न दी जाए। इसके बाद सवालों की बौछार हो पड़ी है। पूछा जा रहा है कि क्या Maharashtra में ‘बुर्का’ पहनने को लेकर नियम बदलेगा? क्या महाराष्ट्र सरकार मंत्री नितेश राणे की मांग को गंभीरता से लेगी? ऐसे में आइए हम आपको सभी संभावनाओं के बारे में विस्तार से बताते हैं।
मंत्री Nitesh Rane के पत्र ने सियासी गलियारों में मचा दी खलबली
शिक्षा मंत्री दादा भुसे को लिखा गए एक पत्र के बाद Maharashtra में ‘बुर्का पॉलिटिक्स’ की शुरुआत हो गई है। नितेश राणे ने शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि 10वीं और 12वीं राज्य बोर्ड परीक्षा केंद्रों में किसी को भी बुर्का पहनकर प्रवेश करने की अनुमति न दी जाए। इसके पीछे संभावित नकल की चिंताओं का हवाला दिया गया है।
इस पूरे प्रकरण को लेकर Nitesh Rane का कहना है कि “महाराष्ट्र सरकार तुष्टीकरण की राजनीति बर्दाश्त नहीं करेगी। जो नियम हिंदू छात्रों पर लागू होते हैं, वही मुस्लिम छात्रों पर भी लागू होने चाहिए। जो लोग बुर्का या हिजाब पहनना चाहते हैं वे इसे अपने घर में पहन सकते हैं, लेकिन परीक्षा केंद्रों पर, उन्हें अन्य छात्रों की तरह ही अपनी परीक्षा देनी चाहिए। ऐसे मामलों में धोखाधड़ी और नकल की घटनाएं हुई हैं। महाराष्ट्र में अब ऐसा नहीं होना चाहिए, इसीलिए मैंने शिक्षा मंत्री दादा भुसे को पत्र लिखकर मामले का संज्ञान लेने का अनुरोध किया है।” बता दें कि मंत्री Nitesh Rane द्वारा लिखे गए इस एक पत्र से ही सियासी गलियारों में खलबली मच गई है।
क्या Maharashtra में ‘बुर्का’ पहनने को लेकर बदलेगा नियम?
गौरतलब है कि बुर्का या हिजाब को लेकर समय-समय पर तमाम तरह की मांगे उठ चुकी हैं। हालांकि, सरकारों का रुख इस पर हमेशा एक जैसे ही रहा है। किसी के पहनावे पर सरकार आम तौर पर हस्तक्षेप करने से बचती है। ऐसे में महाराष्ट्र में बुर्का पहनने को लेकर नियम बदलेगा, इसकी संभावना न के बराबर है। मंत्री Nitesh Rane फायर ब्रांड नेता हैं और अपने बयानों के लिए चर्चा में रहते हैं। उन्होंने बीते दिनों ही बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान को इशारों-इशारों में ही कचड़ा बता दिया था। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि महाराष्ट्र सरकार नितेश राणे के पत्र को कितनी गंभीरता से लेती है। जब महाराष्ट्र शासन का पक्ष सामने आएगा, तो दूध का दूध और पानी का पानी होगा।