Operation Sindhu: बदलते वैश्विक समीकरण के बीच भारत की धाक एक बार फिर मजबूत हुई है। कुटनीतिक स्तर पर बड़ी सफलता हासिल करते हुए भारत ने ईरान को अपना एयर स्पेस खोलने के लिए तैयार कर लिया है। इससे पूर्व इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और PM Modi की दोस्ती को लेकर तमाम तरह की बातें कही जा रही थीं। अब ऑपरेशन सिंधु के बीच ईरान का भारतीय छात्रों के लिए अपना एयर स्पेस खोलना खामेनेई और पीएम मोदी के बीच अच्छे संबंध को दर्शाता है। लब्बोलुआब ये है कि इजरायल ही नहीं, ईरान भी पीएम मोदी का मुरीद है और विषम परिस्थियों में भारत का शुभचिंतक है। यही वजह है कि जंग के इस दौर में Operation Sindhu को जारी रखने के लिए ईरानी एयर स्पेस खोले गए हैं, ताकि सुरक्षित रूप से छात्रों की देश वापसी हो सके। ये भारत की बड़ी कुटनीतिक जीत को भी दर्शाता है।
विषम परिस्थिति में ईरान ने भारतीय छात्रों के लिए खोला एयर स्पेस!
अपनी कुटनीति का लोहा मनवाते हुए भारत सरकार ने ईरानी शासन को एयर स्पेस खोलने के लिए राजी करा लिया है। ईरान ने मिडिल ईस्ट में छिड़े आस्तित्व के जंग के बीच उन भारतीय छात्रों के लिए अपना एयर स्पेस खोलने का निर्णय लिया है, जो तेहरान में फंसे हैं। ईरान के इस फैसले से Operation Sidhu को रफ्तार मिल पाएगी और आज रात से कल शाम तक 1000 भारतीय छात्रों की स्वदेश वापसी सुनिश्चित हो सकेगी। ईरान के इस फैसले को भारत के लिए बड़ी कुटनीतिक जीत बताया जा रहा है। विषम परिस्थिति में ईरान का भारत के लिए मदद बढ़ाना दोनों देशों के बीच अच्छे संबंधों का निर्वहन भी है।
छात्रों की वतन वापसी के लिए जारी Operation Sindhu के बीच आ रही अड़चनों पर विराम!
प्रमुख अड़चन यही थी कि तेहरान का एयर स्पेस जंग की हालात के कारण बंद था। हालांकि, ईरान ने भारत सरकार के साथ समन्वय स्थापित करते हुए ऑपरेशन सिंधु के बीच आ रही अड़चनों पर पूर्ण विराम लगा दिया है। भारत की बड़ी कुटनीतिक जीत और ईरानी एयर स्पेस के खुलने से ये स्पष्ट है कि भारतीय छात्रों की वतन वापसी बगैर किसी बांधा के हो सकेगी। आज देर रात की एक फ्लाइट और कल यानी 21 जून को आने वाली फ्लाइट से कम से कम 1000 भारतीय छात्र अपने देश वापस लौट सकेंगे और युद्ध की आशंकाओं से बच सकेंगे। जंग की इस स्थिति में भारत सरकार ईरान से छात्रों को वापस लाने के लिए Operation Sindhu, तो इजरायल से छात्रों को लाने के लिए ऑपरेशन अजय चला रही है।