Israel Iran War: बदलते समीकरण ने ईरानी सुप्रीम लीडर अली खामेनेई के लिए तमाम चुनौतियां पैदा कर दी हैं। खुद ईरान के भीतर से खामेनेई के खिलाफ आवाज उठ रही हैं। वहीं पाकिस्तान, हमास, हिजबुल्लाह, लेबनॉन और तुर्किए जैसे तमाम हिमायती ईरान को छोड़ अपने रास्ते पर हैं। इजरायल ईरान वॉर के इस दौर में Ali Khamenei का यूं बीच मझधार अकेला फंसना कई आशंकाओं की ओर इशारा करता है। क्या अब युद्ध अंतिम परिणाम की ओर अग्रसर है? नेतन्याहू सेना क्या अली खामेनेई को टार्गेट कर खेल खत्म करेगी? ऐसे तमाम सवाल हैं जो Israel Iran War के इस दौर में उठ रहे हैं। इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump की दुविधा को लेकर भी नया दावा किया जा रहा है। रूस की धमकी के बाद क्या अमेरिका जंग-ए-मैदान में उतरने से कतरा रहा है? आइए सभी सवालों का जवाब ढूंढ़ने की कोशिश करते हैं।
क्या Israel Iran War के दौर में बीच मझधार में फंसे Ali Khamenei?
कहने को तमाम सहयोगी हैं, लेकिन आज विषम परिस्थिति में साथ देने को कोई नहीं है। यहां बात ईरान के संदर्भ में हो रही है। अली खामेनेई अब इस मुश्किल परिस्थिति में अकेले ही इजरायली सेना को जवाब दे रहे हैं। इजराय ईरान वॉर के इस दौर में राष्ट्रपति ट्रंप ने अली खामेनेई को आसान टार्गेट बताया है। वहीं ईरान के भीतर मोसाद की मौजूदगी भी खामेनेई को खतरे में डाल रही है। यही वजह है कि सवाल उठ रहे हैं क्या Ali Khamenei बीच मझधार में खतरा के करीब हैं? प्रेसिडेंट ट्रंप ने साफ तौर पर कह दिया था कि हम जब चाहें खामेनेई को मार सकते हैं, लेकिन अभी मारेंगे नहीं। यही वजह है कि Israel Iran War के इस दौर अली खामेनेई पर मंडरा रहे खतरे को लेकर चर्चा है।
रूस द्वारा आगाह के बाद जंग में उतरने को लेकर दुविधा में Donald Trump
संघर्ष के इस दौर में रूस प्रत्यक्ष रूप से खुद को दूर रखना चाहता है। हालांकि, मिडिल ईस्ट में अमेरिका की बढ़ती सक्रियता को देखकर रूस ने प्रेसिडेंट Donald Trump को पहले ही आगाह कर दिया है। रूस का साफ इशारा है कि यदि अमेरिका इजरायल को डायरेक्ट मिलिट्री सहायता देता है, तो मिडिल ईस्ट में स्थिति अस्थिर होने में देर नहीं लगेगी। Israel Iran War के इस दौर में रूस ने अमेरिका को संघर्ष में सैन्य हस्तक्षेप के खिलाफ चेताया है। यही वजह है कि अब डोनाल्ड ट्रंप सीधे तौर पर जंग-ए-मैदान में उतरने को लेकर दुविधा मे हैं।