Rajnath Singh: बाबरी मस्जिद और पंडित नेहरू के संदर्भ में दिया गया एक बयान फिर सुर्खियां बटोर रहा है। आलम ये है कि कांग्रेस फ्रंटफुट पर आकर मोर्चा खोल चुकी है। दरअसल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वड़ोदरा में ‘सरदार सभा’ को संबोधित करते हुए बड़ी बात कह दी है। राजनाथ सिंह ने कहा कि जब पंडित जवाहरलाल नेहरू ने बाबरी मस्जिद मुद्दे पर सरकारी धन खर्च करने की बात कही, तो सरदार वल्लभभाई पटेल ने इसका विरोध किया था। रक्षा मंत्री के इस बयान के बाद देश में नए सिरे से सियासी संग्राम छिड़ा है। कांग्रेस के तमाम सांसद मानों तिलमिला उठे हैं और तल्ख भाव के साथ रक्षा मंत्री को जवाब दे रहे हैं। इसमें प्रियंका गांधी, इमरान प्रतापगढ़ी, सप्तगिरी उलाका जैसे सांसद शामिल हैं।
बाबरी मस्जिद और पंडित नेहरू पर रक्षा मंत्री Rajnath Singh की टिप्पणी!
वड़ोदरा में सरदार सभा को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तल्ख भाव के साथ अपनी प्रतिक्रिया दी है।
राजनाथ सिंह ने कहा है कि “सरदार वल्लभभाई पटेल सच्चे अर्थों में धर्मनिरपेक्ष थे। जब पंडित जवाहरलाल नेहरू ने बाबरी मस्जिद मुद्दे पर सरकारी धन खर्च करने की बात कही, तो सरदार वल्लभभाई पटेल ने इसका विरोध किया। उस समय उन्होंने बाबरी मस्जिद को सरकारी धन से नहीं बनने दिया। नेहरू जी ने सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण का प्रश्न उठाया। सरदार ने स्पष्ट किया कि सोमनाथ मंदिर का मामला अलग था। वहाँ जनता ने 30 लाख रुपये का दान दिया था, एक ट्रस्ट बनाया गया था, और सरकारी धन का एक भी पैसा खर्च नहीं हुआ। पूरा खर्च इस देश की जनता ने वहन किया है।” राजनाथ सिंह के इसी बयान को लेकर सियासी संग्राम छिड़ा है।
रक्षा मंत्री के बयान पर कांग्रेस सांसदों का करारा जवाब!
कई कांग्रेसी सांसदों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान को कोट करते हुए अपने हिस्से से करारा जवाब दिया है।
प्रियंका गांधी ने इसका जिक्र कर कहा है कि “यह सब ध्यान भटकाने वाला है। कई महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जिन पर चर्चा होनी चाहिए। वे केवल जनता से जुड़े मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ऐसे मुद्दे उठाते हैं।”
इमरान प्रतापगढ़ ने कहा है कि “#WATCH | दिल्ली: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा, “मुझे राजनाथ सिंह से ऐसी टिप्पणी की उम्मीद नहीं थी। जवाहरलाल नेहरू ने हमारे देश की आजादी के लिए अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी।”
सांसद इमरान मसूद ने कहा है कि “वह सरकार में हैं, उन्हें कुछ दस्तावेज उपलब्ध कराने चाहिए। हमारे पास दस्तावेज हैं कि सरदार पटेल ने उनके पैतृक संगठन की मानसिकता के खिलाफ एक पत्र लिखा और उस पर प्रतिबंध लगा दिया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार में बैठे लोग देश में इस तरह की झूठी बातें फैलाते हैं।”
इससे इतर कुछ अन्य कांग्रेसी सांसदों ने भी राजनाथ सिंह की प्रतिक्रिया पर करारा पलटवार करते हुए जवाब दिया है।






