Rahul Gandhi: कथित तौर पर वियतनाम से लौटने के बाद नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का नया अंदाज सामने आया है। राहुल गांधी ने आज 9-A कोटला मार्ग पर ‘इंदिरा भवन’ के उद्घाटन सत्र में आक्रामक रुख दिखाते हुए BJP, RSS को आंड़े हाथों लिया है। राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि “अब हम सिर्फ भाजपा और आरएसएस से नहीं, बल्कि इंडियन स्टेट से भी लड़ रहे हैं।” Rahul Gandhi के इस बयान को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। BJP नेताओं के साथ तमाम सियासी टिप्पणीकार भी LoP राहुल गांधी के ‘इंडियन स्टेट’ के खिलाफ लड़ाई वाले बयान की व्याख्यान कर रहे हैं।
Indira Bhawan के उद्घाटन सत्र में क्या बोल गए Rahul Gandhi?
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आज दिल्ली में Congress के नए दफ्तर ‘इंदिरा भवन’ के उद्घाटन सत्र में बड़ी बात कह दी है। Rahul Gandhi ने कहा कि “यह मत सोचिए कि हम निष्पक्ष लड़ाई लड़ रहे हैं। यदि आप मानते हैं कि हम BJP और RSS नामक राजनीतिक संगठन के खिलाफ लड़ रहे हैं, तो उन्होंने हमारे देश की लगभग हर संस्था पर कब्जा कर लिया है। अब हम सिर्फ भाजपा और आरएसएस से नहीं, बल्कि ‘इंडियन स्टेट’ से भी लड़ रहे हैं। मैंने स्पष्ट रूप से कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में कुछ गलत हुआ। हम चुनाव आयोग के काम करने के तरीके से असहज हैं। महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बीच अचानक करीब एक करोड़ नये मतदाताओं का सामने आना समस्याजनक है।”
कांग्रेस सांसद Rahul Gandhi ने आगे कहा कि “विधानसभा चुनाव में मतदान करने वालों के नाम और पते के साथ मतदाता सूची उपलब्ध कराना चुनाव आयोग का कर्तव्य है। हालांकि, चुनाव आयोग ने यह जानकारी देने से इनकार कर दिया है। चुनाव आयोग मतदाता सूची को पारदर्शी बनाने से क्यों इंकार करेगा? हमें सूची न देकर किस उद्देश्य की पूर्ति होती है और वे इसे क्यों रोके हुए हैं? पारदर्शिता प्रदान करना चुनाव आयोग का कर्तव्य है, और यह बताना उनकी पवित्र जिम्मेदारी है कि ऐसा क्यों हुआ है।”
BJP, RSS पर राहुल गांधी का करारा प्रहार!
बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर करारा प्रहार बोलते हुए राहुल गांधी ने आज लंबी रेखा खींच दी है। Congress Headquarter के उद्घाटन सत्र में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि “हमारी विचारधारा, आरएसएस की विचारधारा की तरह, हजारों साल पुरानी है। यह हजारों वर्षों से आरएसएस की विचारधारा से लड़ रहा है। हमारे पास अपने प्रतीक हैं। हमारे पास शिव, बुद्ध, गुरु नानक, कबीर और महात्मा गांधी हैं। ये सभी वो प्रतीक हैं जिन्होंने इस देश को सही रास्ता दिखाया है। आरएसएस अपने विचारधारा के प्रतीक का नाम बताएं जो आज भारत में पूजनीय है।”
Rahul Gandhi ने सवालिया अंदाज में पूछा है कि “क्या गुरु नानक RSS विचारधारा के थे? क्या बुद्ध आरएसएस विचारधारा के थे? कृष्ण भगवान क्या RSS विचारधारा से थे? एक भी नहीं। क्योंकि इनमें से हर एक व्यक्ति ने समानता और भाईचारे के लिए लड़ाई लड़ी। आखिरी बात जो मैं कहना चाहूंगा वह यह है कि यह इमारत (कांग्रेस दफ्तर) हमारे कार्यकर्ताओं, हमारे हर नेता के खून से बनी है। इसमें आप सभी शामिल हैं, जो आज कांग्रेस पार्टी के विचार का बचाव कर रहे हैं। इस कमरे में बैठे लोग व्यवस्थित हमले और अपने जीवन पर हमले का सामना कर रहे हैं, क्योंकि वे कांग्रेस पार्टी में हैं और वे BJP, RSS के सामने आत्मसमर्पण नहीं कर रहे हैं।”
Rahul Gandhi के बयान पर BJP का पलटवार!
बीजेपी नेता और केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार किया है। हरदीप सिंह पुरी का कहना है कि “जो पार्टी भारत के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने का दावा करती है और जिसने कई प्रधान मंत्री दिए हैं, उस पार्टी की हालत इतनी खराब हो गई है कि वे अब भारत राज्य से लड़ रहे हैं। मैं समझ सकता हूं कि आपको भाजपा से समस्या है क्योंकि उसने आप पर ग्रहण लगा दिया है। पिछले 10 वर्षों से ये सत्ता में हैं और तीसरी बार चुनाव जीते है। लेकिन आरएसएस एक सांस्कृतिक संगठन है और यह राष्ट्र को पहले स्थान पर रखने में गर्व महसूस करता है। मुझे लगता है कि यह उसी दर्शन का हिस्सा है जो भारत को एक देश के रूप में परिभाषित करता है। राहुल गांधी ऐसे इंडियन स्टेट से कैसे लड़ सकते हैं?”