CM Yogi Adityanath: यूपी सरकार लगातार राज्य के विकास में लगी हुई है। इस बीच सीएम योगी अदित्यनाथ सरकार ने लखनऊ-कानपुर रैपिड रेल रूट को मंजूरी दे दी है, बता दें कि अभी लखनऊ से कानपुर जाने में करीब 2 घंटे का समय लगता है, लेकिन रैपिड रेल के शुरू होने के बाद से ही इसकी दूरी मात्र 40 मिनट की रह जाएगी, जो दोनों शहरों के लिए एक गेमचेंजर साबित होगा। इसके अलावा बड़ी संख्या में प्रतिदिन लोग कानपुर से लखनऊ और लखनऊ से कानपुर का सफर करते है। इस रैपिड रेल के शुरू होने के बाद लोगों का समय तो बचेगा ही साथ ही पैसा भी बचेगा। इसकी जानकारी खुद सीएम योगी आदित्यनाथ के सलाहकार अश्विनी के अवस्थी ने दी है।
CM Yogi Adityanath सरकार ने लखनऊ-कानपुर रैपिड रेल को दी हरी झंडी
सीएम योगी आदित्यनाथ के सलाहकार अश्विनी के अवस्थी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर जानकारी देते हुए लिखा का “उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी को एक बड़ा बढ़ावा मिला है क्योंकि UPGovt ने लखनऊ-कानपुर RRTS परियोजना को मंज़ूरी दे दी है।
जल्द ही, अमौसी हवाई अड्डे (लखनऊ) और नयागंज (कानपुर) के बीच तेज़ गति वाली ट्रेनें केवल 40 मिनट में दौड़ेंगी, जो उन्नाव होते हुए 67 किलोमीटर की दूरी 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से तय करेंगी। तेज़ यात्रा, स्वच्छ परिवहन और क्षेत्रीय विकास की दिशा में एक बड़ी छलांग”!
लखनऊ-कानपुर रैपिड रेल कैसे साबित होगा लोगों के लिए गैमचेंजर
यूपी सरकार के मीडिया सेल के अनुसार, आवास एवं शहरी नियोजन विभाग ने पिछले सप्ताह इस संबंध में आदेश जारी किए और केंद्र सरकार के साथ-साथ एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक को प्रारंभिक रिपोर्ट भेज दी थी। इस रैपिड रेल का विस्तार 67 किलोमीटर लंबे रूट पर होगी। वहीं अगर टाइमिंग की बात करें तो मात्र 40 किलोमीटर में दूरी तय हो सकेगी। मालूम हो कि बड़ी संख्या में लोग कानपुर से लखनऊ और लखनऊ से कानपुर काम के सिलसिले में प्रतिदिन जाते है। इस रैपिड रेल के चलने से बड़ी संख्या में लोगों को फायदा होने की उम्मीद है।