शनिवार, नवम्बर 15, 2025
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CM Yogi Adityanath: भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती पर यूपी के मुख्यमंत्री ने किया नमन, आयोजित कार्यक्रम में हुए शामिल; जानें सबकुछ

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CM Yogi Adityanath: 1875 को झारखंड के रांची ज़िले के उलीहातू गांव में भगवान बिरसा मुंडा का जन्म हुआ था। वे भारत के प्रख्यात जननायक, स्वतंत्रता सेनानी और आदिवासी आंदोलन के अग्रदूत माने जाते हैं। बता दें कि देशभर में भगवान बिरसा मुंडा जी की आज जयंती मनाई जा रही। इसी अवसर पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिरसा मुंडा जी की जयंती ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के अवसर पर उन्हें कोटि-कोटि नमन! साथ ही उन्होंने 150वीं जयंती पर आयोजित ‘जनजातीय गौरव दिवस’ कार्यक्रम में हिस्सा भी लिया।

भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती के अवसर पर CM Yogi Adityanath ने किया नमन

भगवान बिरसा मुंडा जी की 150वीं जयंती पर आयोजित ‘जनजातीय गौरव दिवस’ कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ पहुंचे। उन्होंने कहा कि “उत्तर प्रदेश और बिहार सांझी संस्कृति के पर्याय हैं। प्रभु श्रीराम और माता जानकी का पवित्र संबंध जितना अटूट है, उतना ही उत्तर प्रदेश और बिहार का संबंध भी अटूट है, मजबूत है।

‘धरती आबा’ भगवान बिरसा मुंडा जी जैसे राष्ट्रनायकों के प्रति हमारी श्रद्धा और हमारा सम्मान का भाव भी उतना ही मजबूत है। आज से 125 वर्ष पहले कैसी स्थिति रही होगी। साधन नहीं रहे होंगे, संसाधन नहीं रहे होंगे, कोई सुविधा नहीं रही होगी, लेकिन तब भी हमारे जनजातीय समुदाय ने देश की मुख्यधारा के साथ जुड़कर भारत की स्वाधीनता के लिए आंदोलन किया”।

वनाधिकार कानून में संशोधन के उपरांत पट्टा भी मिलना चाहिए – CM Yogi Adityanath

सीएम योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि “हमारी सरकार ने निर्णय लिया कि वनाधिकार कानून में संशोधन के उपरांत पट्टा भी मिलना चाहिए। आज भी एक हजार से अधिक जनजातीय समुदाय के लोगों को उनके पट्टे उपलब्ध हो रहे हैं। इससे पहले 23 हजार से अधिक ऐसे पट्टे स्वीकृत किए जा चुके हैं, जिसमें जनजातीय समुदाय को उस भूमि का मालिकाना अधिकार मिल सके और वह किसी भी उत्पीड़न से मुक्त हो सके।

‘धरती आबा’ भगवान बिरसा मुंडा जी ने संदेश दिया है। ‘अपना देश, अपना राज’ राष्ट्र प्रथम के इस भाव के साथ जोड़ने के लिए हम लोगों ने एक और व्यवस्था की। सोनभद्र में वन औषधियों का भंडार है। Ecotourism की दृष्टि से इसे विकसित करने के साथ ही यहां जनजातीय समुदाय के युवाओं को टूरिस्ट गाइड के रूप में प्रशिक्षण देने का कार्य किया गया है”।

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