Delhi Dehradun Expressway: दिल्ली और देहरादून के बीच सफर करने वाले यात्री लंबे समय से दिल्ली देहरादून एक्सप्रेस वे का इंतजार कर रहे हैं। उम्मीद की जा रही थी कि, इस दीवाली इसका उद्घाटन कर दिया जाएगा। जिसके बाद दिल्ली और देहरादून के बीच की यात्रा का समय 6 घंटे से घटकर ढाई घंटे रह जाएगा। लेकिन फिलहाल ये इतनी जल्दी तैयार होता हुआ नहीं दिख रही है। इस रुट के बनने में बाधा आ गई है। जिसके बाद उम्मीद की जा रही है कि, नवंबर या फिर दिसंबर में इस एक्सप्रेस वे का उद्घाटन हो सकता है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हालहि में अपने बयान में कहा था कि, इसे अक्टूबर 2025 तक खोल दिया जाएगा। लेकिन अब इस एशिया का सबसे लंबे और ऊंचे वाइल्डलाइफ कॉरिडोर वाले एक्सप्रेस वे के रास्ते में उत्तर प्रदेश का शामली बाधा बन गया है।
Delhi Dehradun Expressway खुलने में होगी देरी
लगभग 12000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे कंप्लीट होने में कुछ ही काम बचा है। लेकिन यूपी के शामली जिले में हाई टेंशन बिजली लाइनों की वजह से इसे बनने में देरी होती हुई दिख रही है। आपको बता दें, शामली जिले में इस समय हाई टेंशन बिजली लाइनों की शिफ्टिंग का कार्य चल रहा है। जिसके कारण दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे को बनने में बाधा हो रही है। ये एक्सप्रेसवे दिल्ली से गुजरते हुए उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर बागपत, शामली और सहारनपुर से होकर गुजरेगा। यही वजह है कि,शामली में चल रहा बिजली का काम इसके बनने में बाधा बना हुआ है। उम्मीद की जा रही है कि,अगर सबकुछ ठीक रहा तो इस साल के अंत तक इसे खोल दिया जाएगा।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे की सबसे बड़ी खूबियां
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे सिर्फ इन दो शहरों के बीच के यात्रा समय को ही नहीं घटाएगा बल्कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई बड़े शहरों में रोजगार के अवसरों को खोल देगा। इनमें यूपी के गाजियाबाद, सहारनपुर , बागपत, बड़ौत और शामली जैसे जिले शामिल है। वहीं, उत्तराखंड के
हरिद्वार, देहरादून और ऋषिकेश जैसे शहर हैं। जो लोग यहां घूमने जाते हैं। उन्हें इसका सीधे लाभ मिलेगा। इन शहरों से राजधानी दिल्ली की सीधे कनेक्टिविटी जुड़ जाएगी । दिल्ली -देहरादून एक्सप्रेस वे को 210 किलोमीटर लंबा बनाया जा रहा है। ये 6 से 8 लेन का है। जानवरों की सुरक्षा के लिए इसमें मंकी लैडर बनाए जा रहे हैं। इन कॉरिडोर के बनने से जंगली जानवरों को सड़क के ऊपर नहीं आना पड़ेगा। वो सड़के के नीचे से रोड को सड़क क्रोस कर सकेंगे। इसके साथ ही ये ट्रैफिक से भी निजात दिलाएगा। क्योंकि इसे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और दिल्ली-सहारनपुर-देहरादून एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा।
Delhi Dehradun Expressway कब खुलेगा?
210 किलोमीटर तक बनने वाले दिल्ली देहरादून एक्सप्रेस वो इस साल के अंत तक खोल दिया जाएगा। इसके बनने से दिल्ली और देहरादून में पहुंचने के लिए सिर्फ ढाई घंटे का समय लगेगा।
दिल्ली देहरादून एक्सप्रेस स्टेट्स क्या है?
इस एक्सप्रेस का 90 फीसदी तक काम हो चुका है। इसकी फिनिशिंग का काम चल रहा है। मंकी लैडर सहित कुछ छोटे काम रह गए हैं। जिन्हें अंतिम रुप दिया जा रहा है।
एक्सप्रेस वे का रुट मैप क्या है?
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस के रुट मैप में दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर , बागपत, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और देहरादून को जोड़ा गया है। इसके बनने से सड़कों पर भीड़ और ट्रैफिक की समस्या से निजात मिलेगी। यही इसके एंट्री और एग्जिट पॉइंट होंगे।