Ghaziabad News: गाजियाबाद में स्थित प्रसिद्ध सिद्ध पीठ दूधेश्वर नाथ मंदिर के पहले चरण का निर्माण कार्य शुरू चुका है, आपको बता दें कि सावन महीने के दौरान इस मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है, कभी-कभी तो भीड़ को भी कंट्रोल कर पाना मुश्किल हो जाता है। जिसे देखते हुए गाजियाबाद नगर निगम ने यह बड़ा फैसला लिया है। इसी बीच इससे जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जानकारी के मुताबिक Dudheshwar Nath Temple के आसपास से 40 से अधिक दुकानों को हटाने की मंजूरी निगम ने दे दी है, चलिए आपको बताते है इससे जुड़ी सभी अहम जानकारी।
क्या है Dudheshwar Nath Temple कॉरिडोर?
गाजियाबाद में स्थित Dudheshwar Nath Temple को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और महाकालेश्वर कॉरिडोर के तर्ज पर ही बनाया जाएगा। बता दें कि इसकी एतिहासिकता को देखते हुए नगर निगम और यूपी सरकार ने इसे बनाने का फैसला किया है। माना जा कॉरिडोर बनने के बाद और अधिक भक्त यहां दर्शन कर सकेंगे, साथ ही इस मंदिर का भव्यता और बढ़ जाएगी। गौरतलब है कि सावन के वक्त इस मंदिर में पैर रखने तक की जगह नहीं होती है, माना जा रहा है कि यात्री निवास और कॉरिडो निर्माण के बाद बाद गाजियाबाद में धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलने की संभावना है। इसके अलावा इसमे स्थानीय लोगों और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
कॉरिडोर के कारण हटाई जाएंगी 40 से अधिक दुकानें – Ghaziabad News
गाजियाबाद नगर निगम (Ghaziabad News) के अधिकारियों द्वार दी जानकारी के अनुसार करीब 55 दुकानों को मंदिर के पास से हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा, जिसे लेकर विभाग दस्तावेज की भी मांग कर रहा है। नगर निगम आयुक्त विक्रमादित्य मलिक ने कहा कि “हमने दुकान संचालकों से 15-20 दिनों में स्वामित्व के दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा है। इनमें से कुछ दुकानें मालिकाना हक की हैं, जबकि कुछ किराए पर हैं, इसके अलावा कुछ बिना किसी दस्तावेज के चल रही हैं। हमारी पिछली बोर्ड मीटिंग (मार्च में) में, हमने प्रस्ताव दिया था कि दुकानों को हिंडन विहार में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।” बता दें कि हिंडन बिहार मंदिर से 2.5 किलोमीटर दूर है (फाइल फोटो प्रतीकात्मक)। वहीं अब देखने होगा कि इसपर दुकान मालिकों का क्या रिएक्शन होता है।