सोमवार, सितम्बर 29, 2025
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फर्जी दूतावास चलाकर आंखों में धूल झोंक रहे Harshvardhan Jain की खुली कुंडली! ‘लंदन टू गाजियाबाद’ का दिलचस्प सफर जान पीटेंगे माथा

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Harshvardhan Jain: धोखाधड़ी के मामलों में बड़ा हाथ मारते हुए गाजियाबाद निवासी हर्षवर्धन जैन ने बड़े खेल को अंजाम दिया है। एसटीएफ की गिरफ्तारी के बाद ये स्पष्ट हो चुका है कि हर्षवर्धन जैन फर्जी दूतावास बनाकर लोगों के साथ शासन-प्रशासन की आंख में धूल झोंकने का काम करता था। लंदन से पढ़ाई कर गाजियाबाद लौटे Harshvardhan Jain की लगभग पूरी कुंडली खुल गई है। लंदन से गाजियाबाद लौटे इस फर्जी राजदूत का सफर इतना अलग है कि व्यक्ति बैठे-बैठे ही माथा पीट ले। कारोबारी परिवार से ताल्लुकात रखने वाले जैन की पहुंत कई मंत्रालयों तक में थी। वो निडर होकर दुबई, दक्षिण अफ्रीका, पेरिस, लंदन और सऊदी अरब घूमने जाता था। हालांकि, अब धीरे-धीरे सारे खुलासे हो रहे हैं।

खुल गई फर्जी राजदूत Harshvardhan Jain की कुंडली!

अब तक हुए खुलासे के मुताबिक हर्षवर्धन जैन के कारोबारी बैकग्राउंड होने की बात सामने आई है। खुद को चार देशों का राजदूत बताकर गाजियाबाद में फर्जी दूतावास चलाने वाले हर्षवर्धन जैन पर पुलिस की नकेल टाइट हो रही है। Harshvardhan Jain लंदन से पढ़कर भारत लौटा था। इस शख्स का जुड़ाव हवाला कारोबार से भी होने की खबर है। इससे इतर जैन चंद्रास्वामी से भी जुड़ा था। कॉलेज ऑफ अप्लाइड साइंस लंदन से एमबीए कर गाजियाबाद लौटे Harshvardhan Jain ने आईटीएस से भी एमबीए कर रखा है। वो लोगों को विदेश में नौकरी और व्यापार के नाम पर ठगता था और फर्जीवाड़े को अंजाम देता था। STF अब धीरे-धीरे नकेल कस फर्जी राजदूत से जुड़े खुलासे कर रहा है।

एंबेसी फ्रॉड केस में पहले भी पकड़ा जा चुका है हर्षवर्धन जैन

गाजियाबाद के कवि नगर में किराए के मकान में फर्जी दूतावास चलाने वाला हर्षवर्धन जैन पहले भी एंबेसी फ्रॉड केस में पकड़ा जा चुका है। वो वर्ष 2011 का दौर था जब हर्षवर्धन को हवाला कारोबार चलाते हुए पुलिस ने पकड़ा था। डासना जेल में कुछ दिनों तक चक्की पीसने के बाद चंद्रास्वामी के सहयोग से वो बाहर आया और फिर लंदन से आकर गाजियाबाद में फर्जी दूतावास चलाने लगा। अंतत: एसटीएफ की टीम ने Harshvardhan Jain को उसके फर्जी दूतावास से गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने फर्जी राजदूत के आवास से 5 करोड़ रुपए की 12 घड़ियां, 4 लग्जरी कार और 44 लाख रुपए की विदेशी नकदी करेंसी बरामद की है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है, ताकि पूरा खुलासा किया जा सके।

Gaurav Dixit
Gaurav Dixithttp://www.dnpindiahindi.in
गौरव दीक्षित पत्रकारिता जगत के उभरते हुए चेहरा हैं। उन्होनें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से अपनी पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की है। गौरव राजनीति, ऑटो और टेक संबंघी विषयों पर लिखने में रुची रखते हैं। गौरव पिछले दो वर्षों के दौरान कई प्रतिष्ठीत संस्थानों में कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में DNP के साथ कार्यरत हैं।

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