Mukhyamantri Kanya Sumangala Yojana: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार प्रदेशवासियों के लिए कई जनकल्याणकारी योजनाएं चला रही है। ऐसे में कई योजनाओं की जानकारी लोगों को नहीं होती है, इससे लोगों को सही समय पर सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल पाता है। इस खबर में जानिए यूपी सरकार की एक खास योजना की डिटेल, जिसका लाभ उठाकर बेटियों के भविष्य को सुरक्षित बनाया जा सकता है। हम बात कर रहे हैं मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की। यह योजना यूपी सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक है।
Mukhyamantri Kanya Sumangala Yojana कब हुई थी शुरू
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना को 2019 में सीएम योगी आदित्यनाथ ने लॉन्च किया था। ऐसे में यह योजना पिछले 6 सालों से ज्यादा समय से लाभार्थियों को लाभ प्रदान कर रही है। बता दें कि इस योजना के तहत बालिकाओं को जन्म से लेकर उच्च शिक्षा तक कई स्तरों पर आर्थिक सहायता दी जाती है। इस योजना के जरिए 6 अलग-अलग श्रेणियों के तहत लड़कियों को लाभ दिया जाता है।
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में मिलती है इतनी आर्थिक सहायता
यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार की इस योजना का मकसद लैंगिक समानता को बढ़ावा देना, बाल विवाह को रोकना और बालिकाओं की शिक्षा और स्वास्थ्य सुनिश्चित करना है। यूपी सरकार इस योजना के जरिए लाभार्थियों को 25000 रुपये तक की वित्तीय मदद देती है।
इन 6 श्रेणियों में बंटी हुई है योजना
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना को 6 कैटेगरी में विभाजित किया गया है। इस योजना के जरिए लड़कियों का संपूर्ण विकास और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने का कार्य किया जाता है। आगे जानिए क्या हैं इसकी पात्रता की पूरी जानकारी।
पहली श्रेणी: यूपी सरकार उन नवजात बालिकाओं को 5000 रुपये की एकमुश्त धनराशि देगी, जिनका जन्म 1 अप्रैल 2019 या उसके बाद हुआ हो।
दूसरी श्रेणी: इस योजना के तहत जिनका एक वर्ष के भीतर संपूर्ण टीकाकरण हो चुका हो और उनका जन्म 1 अप्रैल 2018 से पहले न हुआ हो, उन्हें 2000 रुपये की एकमुश्त धनराशि दी जाती है।
तीसरी श्रेणी: उन बालिकाओं को 3000 रुपये की एकमुश्त आर्थिक मदद दी जाएगी, जिन्होंने चालू शैक्षणिक सत्र के दौरान पहली कक्षा में प्रवेश लिया हो।
चौथी श्रेणी: इस योजना के तहत उन बालिकाओं को शामिल किया जाएगा, जिन्होंने चालू शैक्षणिक सत्र के दौरान छठी कक्षा में प्रवेश लिया हो। यूपी सरकार उन्हें 3000 रुपये की एकमुश्त धनराशि देगी।
पांचवी श्रेणी: उन बालिकाओं को 5000 रुपये की एकमुश्त धनराशि प्रदान की जाएगी, जिन्होंने चालू शैक्षणिक सत्र के दौरान नौवीं कक्षा में प्रवेश लिया हो।
छठी श्रेणी: उन सभी बालिकाओं को 7000 रुपये की वित्तीय मदद मिलेगी, जिन्होंने 10वीं/12वीं कक्षा पास करके चालू शैक्षणिक सत्र के दौरान स्नातक-डिग्री या कम से कम दो वर्षीय डिप्लोमा में प्रवेश लिया हो।
जानिए क्या है योजना का लाभ उठाने की योग्यता
- यूपी सरकार की मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का लाभ उठाने के लिए उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना अनिवार्य है। स्थायी निवास प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, आधार कार्ड और वोटर पहचान पत्र और बिजली का बिल जैसे दस्तावेज मान्य होंगे।
- परिवार की कुल इनकम सालाना आधार पर 3 लाख से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
- एक परिवार से अधिकतम 2 बालिकाओं को ही इस योजना का लाभ मिल सकता है।
- अगर किसी महिला को जुड़वा बच्चे होते हैं, तो तीसरी संतान के रूप में लड़की को भी लाभ मिलेगा।
ऐसे करें योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन
- मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में आवेदन करने के लिए सबसे पहले यूपी सरकार की आधिकारिक वेबसाइट myScheme पर जाएं।
- इसके बाद होमपेज पर ‘नागरिक सेवा पोर्टल’ पर क्लिक करें। सभी नियम और शर्ते पढ़ने के बाद ‘मैं सहमत हूं’ पर निशान लगाकर आगे बढ़ें।
- इसके बाद अपना फॉर्म भरें और जमा करें।
- रजिस्ट्रेशन होने के बाद मोबाइल पर यूजर आईडी और पासवर्ड मिलेगा, उससे लॉगइन करें।
- फिर योजना के लिए पंजीकरण फॉर्म भरें।
इन दस्तावेजों की होगी जरूरत
अंत में योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ जरूरी दस्तावेजों को भी जमा करना होगा।
इसमें बालिका की नई पासपोर्ट साइज फोटो, आवेदक के माता-पिता और बालिका का आधार कार्ड, बालिका का जन्म प्रमाणपत्र, निवास प्रमाण पत्र, बैंक अकाउंट की पासबुक की फोटोकॉपी, परिवार की कुल आय का सर्टिफिकेट आदि दस्तावेजों को जमा करना होगा।
