Parliament Terror Attack 2001: संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही का दौर जारी है। इसी बीच आज 13 दिसंबर की तारीख आ गई है जो संसद पर 2001 में हुए आतंकी हमले की 24वीं बरसी है। आज ही के दिन वर्ष 2001 में आतंकियों ने लोकतंत्र के मंदिर कहे जाने वाले संसद भवन पर हमला किया था। इस आतंकी हमले की चपेट में आने से दिल्ली पुलिस के 5 जवान व अन्य कुछ कर्मचारी वीरगति को प्राप्त कर गए थे। इन सभी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ की खास प्रतिक्रिया सामने आई है। सीएम योगी ने शहीद जवानों को नमन करते हुए उनके प्रति राष्ट्र के सदैव कृतज्ञ रहने की बात कही है।
सीएम योगी की Parliament Terror Attack 2001 की 24वीं बरसी पर खास प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री के आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट जारी कर आज संसद भवन पर 2001 में हुए आतंकी हमले की 24वीं बरसी पर प्रतिक्रिया जारी की गई है।
सीएम योगी के हैंडल से लिखा गया है कि “लोकतंत्र के मंदिर भारत के संसद भवन पर आज ही के दिन वर्ष 2001 में हुआ कायराना आतंकी हमला राष्ट्र की स्वायत्तता, स्वाभिमान और लोकशक्ति पर नृशंस आघात था। इस हृदय विदारक घटना में अपने प्राणों की आहुति देकर संसद की गरिमा और राष्ट्र की रक्षा करने वाले अमर वीरों को विनम्र श्रद्धांजलि। राष्ट्र सदैव उनका कृतज्ञ रहेगा। जय हिंद!”
गोलियों की गूंज से हिल गई थी राजधानी दिल्ली
आज से ठीक 24 वर्ष पहले 13 दिसंबर, 2001 को संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही चल रही थी। पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के खिलाफ विपक्ष जमकर हंगामा कर रहा था। इस हंगामे का कारण महिला आरक्षण बिल था। तभी करीब 11.30 बजे एक सफेद एंबेसडर कार संसद भवन के गेट नंबर 12 से प्रवेश करती है। हड़बड़ी में कार उपराष्ट्रपति की खड़ी गाड़ी से टकराती है और फिर कार सवार आतंकी आनन-फानन में फायरिंग शुरू कर देते हैं।
अंधाधुंध फायरिंग के बाद सुरक्षाकर्मियों की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की जाती है और पूरी दिल्ली गोलियों की गूंज से हिल जाती है। सुरक्षाकर्मियों की तत्परता से सभी 5 आतंकियों को मार गिराया जाता है। हालांकि, इस आतंकी हमले में दिल्ली पुलिस के 5 जवान, सीआरपीएफ की एक महिला सुरक्षाकर्मी, राज्यसभा सचिवालय के 2 कर्मचारी और एक माली की भी जान जाती है। वर्ष 2001 में हुए इस हमले के बाद वैश्विक स्तर पर इसकी चर्चा हुई और आतंकवादियों के खिलाफ व्यापक कार्रवाई की आवाज उठी थी।






