Dhirendra Krishna Shastri: संगम तट पर शाही स्नान एक बार फिर प्रारंभ हो गया है। इसी के साथ महाकुंभ में मचे भगदड़ को लेकर छिड़ी चर्चा पर विराम लग रही है। शासन-प्रशासन से जुड़े लोग लगातार स्थिति को नियंत्रित कर श्रद्धालुओं से स्नान करने और आगे बढ़ने की अपील कर रहे हैं। इसी बीच बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का एक बयान सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है। धीरेन्द्र शास्त्री ने महाकुंभ मेला में न पहुंच पाने वालों के लिए अजीबो-गरीब बात कह दी है। उनका कहना गै कि “हर व्यक्ति को यहां आना चाहिए। जो नहीं आएगा पछताएगा और वो देशद्रोही कहलाएगा।” हिंदू राष्ट्र के लिए हुंकार भर रहे Dhirendra Krishna Shastri का ये कथन अब चर्चाओं में है। लोग जमकर उनके बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
Maha Kumbh में नहीं पहुंच पाने वालों के लिए Dhirendra Krishna Shastri का बड़ा बयान
लाखों अनुयायियों के चहेते धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का कहना है कि “हर व्यक्ति को महाकुंभ में आना चाहिए। जो नहीं आएगा पछताएगा, वो देशद्रोही कहलाएगा। यहां अद्भुत व्यवस्था है। जिनके अंदर विरोध का कीड़ा नहीं है, उनके लिए आस्था और समुचित व्यवस्था है। जिनके अंदर आस्था नहीं है, उन्हें अव्यवस्था नजर आ रही है। हम Maha Kumbh में सनातन का परचम लहराने और गंगा में डुबकी लगाने आए हैं।” धीरेन्द्र शास्त्री द्वारा ‘देशद्रोही’ शब्द का इस्तेमाल करने के बाद सोशल मीडिया पर बवाल छिड़ा है। कई यूजर्स आपत्तिजनक टिप्पणी कर प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
गौरतलब है कि Dhirendra Krishna Shastri ने बीते दिन ही संगम तट पर पवित्र गंगा नदी में 5 उद्देश्य के साथ पांच डुबकियां लगाई थीं। उन्होंने इस दौरान हिंदू राष्ट्र, बागेश्वर धाम और साधु-संतों के लिए बड़ी बात कही थी।
महाकुंभ भगदड़ से पहले धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने भक्तों से की थी खास अपील
बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर के आधिकारिक एक्स हैंडल से एक वीडियो जारी किया गया है। वीडियो में Dhirendra Krishna Shastri प्रयागराज पहुंचने वाले श्रद्धालुओं से खास अपील करते नजर आ रहे हैं। भगदड़ से ठीक पहले धीरेन्द्र शास्त्री कहते हैं कि “हम महाकुंभ में हैं और रात्रि जागरण कर रहे हैं। प्रात: काल मौनी अमावस्या पर ब्रह्म मुहूर्त में स्नान प्रारंभ होगा। यहां ठंड भी है और भीड़ बढ़ गई है। हम कहना चाहेंगे कि जो जहां है, वहीं सुरक्षित रहे ताकि किसी प्रकार की अनहोनी न हो। भगदड़ जैसी स्थिति बन रही है। अभी सब कुछ सकुशल है। ऐसे में जो जहां है, वहीं रहे ताकि सभी लोग सुरक्षित और संरक्षित रहें। मौनी अमावस्या पर स्नान अपने आस-पास के सरोवरों में कर लें। ये भी सत्कर्म का एक हिस्सा है।”