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Uttarakhand News: उत्तराखंड के जगलों में लगी आग पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बुलाई बैठक, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश

Uttarakhand News: मुख्यमंत्री धामी ने नैनीताल के जंगल में आग की घटनाओं की स्थिति पर चर्चा के लिए कुमाऊं मंडल के अधिकारियों के साथ बैठक की।

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Uttarakhand News: उत्तराखंड के जगलों में लगी आग ने राज्य सरकार की चिंता बढ़ा दी है। शुष्क मौसम होने के कारण जगलों में तेजी से आग फैल रही है। खबरों के मुताबिक आग की घटनाओं के कारण बीते रोज तीन लोगों की मौत हो गई है। इसके बाद से ही सरकार एक्शन मोड में नजर आ रही है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नैनीताल में जंगल में लगी आग की घटनाओं की स्थिति पर चर्चा के लिए कुमाऊं मंडल के अधिकारियों के साथ बैठक की। वहीं आग से निपटने के लिए अधिकारियों के लिए जरूरी निर्देश जारी कर दिए गए है।

सीएम धामी ने अधिकारियों के साथ की बैठक

उत्तराखंड के जगलों में लगी आग राज्य सरकार सरकार के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। इसी को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों के साथ बैठक की और जरूरी दिशा-निर्देश भी जारी किए गए है। बता दें कि मीटिंग में नैनीताल विधायक सरिता आर्य, कुमाऊं के आयुक्त दीपक रावत, जिलाधिकारी वंदना और वन एवं पुलिस विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

सभी विभाग रहें अलर्ट

जानकारी के मुताबिक सीएम धामी ने मीटिंग में कहा कि जब तक जंगल की आग से निपटने के प्रयास जारी हैं, वन विभाग के अलावा अन्य सभी विभागों को अलर्ट पर रहना चाहिए। वहीं वन अधिकारियों की छुट्टियां भी कैंसिल कर दी गई है।

भारतीय सेना ने संभाला मोर्चा

मालूम हो कि भारतीय सेना भी उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को महज 24 घंटे के भीतर प्रदेश में आग की करीब 64 घटनाएं हुई जिसमे कुल 75 हेक्टेयर वन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा नैनीताल की जिला मजिस्ट्रेच वंदना सिंह ने भी स्थिति नियंत्रित होने तक घरों के निर्माण और कार धोने पर प्रतिबंद लगा दिया है।

सीएम धामी ने क्या कहा?

जंगल की आग पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि “यह हमारे लिए बड़ी चुनौती है। इसके लिए एक उचित तंत्र होना चाहिए और इससे निपटने के लिए पहले से तैयारी होनी चाहिए। मुख्यालय से सभी वरीय अधिकारियों की जिम्मेवारी तय की जाये, जिला पदाधिकारियों की जिम्मेवारी तय की जाये और सभी विभागों से समन्वय स्थापित कर अगले एक सप्ताह के अंदर इस पर पूर्ण नियंत्रण किया जाये”।

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