Gautam Adani: देवभूमि उत्तराखंड में पर्यटन को चार चांद लगाने की दिशा में अडानी समूह ने बड़ा ऐलान किया है। उत्तराखंड की विरासत और संस्कृति का ख्याल रखते हुए अडानी समूह अब आस्था को सुविधा से जोड़ेगा। कहने का आशय ये है कि अडानी समूह अब भक्तों के लिए ऐसा प्रोजेक्ट लेकर आया है जो उनकी दुर्गम राह को बेहद आसान कर सकता है। उद्योगपति गौतम अडानी ने खुद ऐलान कर बताया है कि अडानी समूह सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम तक रोपवे का निर्माण कराएगा।
रोपवे निर्माण के बाद भक्त महज 36 मिनट में सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम की यात्रा पूरी कर सकते हैं। जहां पहले दुर्गम रास्तों से 8-9 घंटों में सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम पहुंचा जाता है। रोपवे निर्माण के बाद वो दूरी महज 36 मिनट में पूरी हो सकेगी। ऐसी स्थिति में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक बेहद आसानी से बाबा केदारनाथ के दर्शन हेतु जा सकेंगे। दावा किया जा रहा है कि अडानी समूह का ये खास प्रोजेक्ट उत्तराखंड की तस्वीर बदलने के साथ पर्यटन को विस्तार देने में सहायक साबित होगा।
उद्योगपति Gautam Adani के ऐलान से गदगद हुए भक्त
हजारों की तादाद में ऐसे भक्त हैं जो मशहूर उद्योगपति गौतम अडानी के ऐलान के बाद सोशल मीडिया पर अपनी खुशी व्यक्त कर रहे हैं।
गौतम अडानी ने एक्स पोस्ट जारी कर लिखा है कि “केदारनाथ धाम की कठिन चढ़ाई अब आसान होगी। अदाणी समूह श्रद्धालुओं की यात्रा को सरल और सुरक्षित बनाने के लिए यह रोपवे बना रहा है। इस पुण्य कार्य का हिस्सा बनना हमारे लिए गर्व की बात है। महादेव सब पर अपनी कृपा बनाए रखें। जय बाबा केदारनाथ!”
ऐसे में ये स्पष्ट है कि निकट भविष्य में रोपवे निर्माण पूरा होने के साथ ही बाबा केदारनाथ के भक्तों के समक्ष एक और विकल्प उपलब्ध होगा। भक्त 12.9 किमी लंबे इस रोपवे की मदद से महज 36 मिनट में ही सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम पहुंच सकेंगे। गौतम अडानी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट से उन तमाम बच्चों, बुजुर्गों व महिलाओं का केदारनाथ जाने का सपना साकार होगा जो दुर्गम रास्ता न तय कर पाने की वजह से बाबा केदार के दर्शन से वंचित रह जाते हैं।
सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे परियोजना की खासियत
अडानी समूह द्वारा उपलब्ध कराई गई प्राथमिक जानकारी के अनुसार सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे परियोजना की लंबाई 12.9 किमी होगी। इस खास परियोजना पर लगभग 4081 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। आसार जताए जा रहे हैं रोपवे परियोजना के निर्माण में करीब 6 वर्ष का समय लग सकता है।
आधुनिक तकनीक से लैस रोपवे के हर गोंडोला (केबिन) में 35 सीट होगी। इससे हर घंटे 1800 यात्री एक दिशा में यात्रा कर सकेंगे। अडानी समूह का दावा है कि सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे परियोजना देश का पहला 3S ट्राई-कैबल रोपवे होगा। ये सबसे सुरक्षित और अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित होगा। इस रोपवे परियोजना के पूरा होने के बाद उत्तराखंड के पर्यटन को रफ्तार मिलेगी और भारत की विरासत और मजबूत होगी।