Vladimir Putin: नई दिल्ली में सड़कें गुलजार हैं। 10 जनपथ से लेकर लोक कल्याण मार्ग और राष्ट्रपति भवन तक सुरक्षाकर्मियों का पहरा बढ़ गया है। जहां-तहां मीडियाकर्मी कैमरा और माइक लिए पल-पल की अपडेट दे रहे हैं। इसकी खास वजह है रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत दौरा। प्रेसिडेंट पुतिन आज अपने व्यस्ततम भारत दौरे पर पहुंच रहे हैं जहां वो पीएम मोदी के साथ देर शाम वन-टू-वन बैठक करेंगे।
इससे इतर व्लादिमीर पुतिन भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी राष्ट्रपति भवन में औपचारिक मुलाकात करेंगे। रूसी राष्ट्रपति के इस दो दिवसीय व्यस्ततम भारत दौरे पर दुनिया की नजर टिकी है। अमेरिका, चीन, पश्चिमी देश समेत तमाम अन्य राष्ट्र के मुखिया तत्परता से व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे पर नजर जमाए हुए हैं। ऐसे में आइए हम आपको रूसी राष्ट्रपति के दौरे से जुड़े सभी डिटेल बताते हैं।
रूसी राष्ट्रपति की पीएम मोदी के साथ वन-टू-वन बैठक और प्रेसिडेंट मुर्मू से मुलाकात!
अपने अति व्यस्त भारत दौरे पर आ रहे व्लादिमीर पुतिन पीएम मोदी से वन-टू-वन बैठक करेंगे। आधिकारिक शेड्यूल के मुताबिक रूसी राष्ट्रपति करीब 6:30 बजे राजधानी दिल्ली पहुंचेंगे। इसके ठीक बाद वो प्रधानमंत्री आवास के लिए रवाना होंगे जहां पीएम मोदी के साथ उनकी बैठक और रात्रिभोज प्रस्तावित हैं। बैठक संपन्न होने के बाद व्लादिमीर पुतिन अपने होटल लौट जाएंगे। अगले दिन 5 दिसंबर को फिर सुबह 11 बजे से प्रेसिडेंट पुतिन का दौरा शुरू होगा।
सबसे पहले रूसी राष्ट्रपति प्रेसिडेंट मुर्मू के साथ औपचारिक मुलाकात कर राजघाट जाएंगे और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके पश्चात नई दिल्ली में स्थित हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय बैठक के साथ भोज प्रस्तावित है। इसी दौरान पीएम मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारत मंडपम की ओर रवाना होंगे जहां RTV का लॉन्चिंग कार्यक्रम आयोजित है। इसके बाद पुन: व्लादिमीर पुतिन राष्ट्रपति भवन जाकर रात्रिभोज कर मॉस्को के लिए रवाना होंगे। खबरों के मुताबिक रूसी राष्ट्रपति का ये व्यस्ततम भारत दौरा करीब 27 घंटे का होगा।
राष्ट्रपति Vladimir Putin के व्यस्ततम भारत दौरे पर दुनिया की नजर!
दुनिया की नजरें व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे पर टिकी हैं। दरअसल, भारत-रूस दशकों से अच्छे साझेदार रहे हैं और हर परिस्थितियों में कदम से कदम मिलाकर चले हैं। दुनिया देख चुकी है कि कैसे विश्व के तमाम देशों द्वारा बहिष्कृत किए जाने के बाद भी भारत ने मॉस्को का साथ नहीं छोड़ा। अमेरिका द्वारा लाख दबाव बनाए जाने के बाद भी भारत ने राष्ट्रहित को साधते हुए रूस से कच्चे तेल की खरीदारी जारी रखी। इसके लिए अमेरिका की ओर से अतिरिक्त टैरिफ भी लागू किया गया। यही वजह है कि अमेरिका, ब्रिटेन, यूक्रेन समेत दुनिया के तमाम मुल्क की नजरें व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे पर टिकी हैं।
