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‘राम मंदिर के सबूत मांग सकते हैं..तो कागज सबको दिखाने पड़ेंगे..’ ममता बनर्जी के गढ़ मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा पर SC के वरिष्ठ वकील का दावा; खुलासा नींद उड़ा देगा

Waqf Act Exclusive: सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. एपी सिंह ने डीएनपी इंडिया से खास बातचीत करते हुए वक्फ एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा की आलोचना की है। वरिष्ठ अधिवक्ता ने ममता बनर्जी को आईना दिखाते हुए बेबाकी से अपना पक्ष रखा है।

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Waqf Act Exclusive
Picture Credit: गूगल (सांकेतिक तस्वीर)

Waqf Act Exclusive: हिंसा हुए आज सप्ताह दिन से ज्यादा हो गए पर उसकी आग की लपटें आज भी उठ रही हैं। सोशल मीडिया से लेकर अखबार, टीवी व डिजिटल मीडिया तक जैसे प्लेटफॉर्म हिंसा से जुड़े अपडेट साझा कर रहे हैं। इसी बीच डीएनपी इंडिया ने वक्फ एक्स एक्सक्लूसिव शो में आज सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. एपी सिंह से बातचीत कर मामले को समझने की कोशिश की है। डीएनपी इंडिया की ओर से वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश ललित ने कई ऐसे सवालों को उठाया है जो मुर्शिदाबाद में 11 अप्रैल को हुई हिंसा के बाद तेजी से पूछे जा रहे हैं। Waqf Act Exclusive शो में बातचीत करते हुए डॉ. एपी सिंह ने बंगाल की वर्तमान स्थिति तुष्टिकरण की इशारों-इशारों में ही निंदा की है। तो आइए हम आपको डॉ. एपी सिंह के इस साक्षात्कार के बारे में विस्तार से बताते हैं।

Waqf Act Exclusive मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा पर SC के वरिष्ठ वकील का दावा

प्रकाश ललित ने एपी सिंह से उन सवालों को पूछा है जिसे न जाने कितने लोग जानना चाहते हैं। बारी-बारी से हम उन सवालों और जवाबों को प्रस्तुत करेंगे।

सवाल– वक्फ पर सुनवाई हो रही थी। जज साहब की तरफ से कहा गया कि वक्फ बाय यूजर जो है उसमें 300 साल पुरानी जो डीड है, एग्रीमेंट है वो पेपर कहां से आएगा? इस पर आपकी राय

जवाब– वक्फ अमेंडमेंट एक्ट बिल का केस लड़ने वालों ने कहा था कि राम सेतु काल्पनिक है। जब वो राम सेतु काल्पनिक की बात कह सकते हैं, रामचरितमानस पर सवाल उठा सकते हैं और राम मंदिर के सबूत मांग सकते हैं। उस सीतामणि के सबूत मांग सकते हैं, राजा जनक की बेटी जहां ब्याही उसके सबूत मांग सकते हैं, हनुमानगढ़ के सरयू के सबूत मांग सकते हैं, राम के वंशजों को कोर्ट में बुला सकते हैं, एफिडेविट मंगवा सकते हैं तो साहब कागज सबको दिखाने पड़ेंगे। सबूत देने पड़ेंगे।

सवाल– संसद vs सुप्रीम कोर्ट को लेकर छिड़ी चर्चा के बीच आपका मत क्या है?

जवाब– अपनी-अपनी परिधि (दायरे) में लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा, विधान परिषद, सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट सभी श्रेष्ठ हैं। स्थिति तब खराब होता है जब एक दूसरे के सीमाओं को पारलांग करते हैं। भारत पाकिस्तान का लफड़ा तब होता है, जब बॉर्डर की बात आती है। अगर सब अपनी परिधि में रहे तो निश्चित तौर पर कुछ नहीं है।

सवाल– मणिपुर पर SC ने सुमोटो लिया था, मुर्शिदाबाद पर क्यों नहीं बोले?

जवाब– वेस्ट बंगाल को वक्फ एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन की आड़ में जलाया गया। जब सुप्रीम कोर्ट मामले की सुनवाई कर रही हो, तो क्या हक था ऐसा करने का? संवैधानिक पद पर बैठी ममता बनर्जी कह रही हैं कि हम इसको नहीं लागू होने देंगे। आप कानूनी लड़ाई, चर्चा करिए, याचिका लगाइए लेकिन देश को मत जलाइए।

वक्फ को लेकर बड़ी बात बोल गए सीनियर अधिवक्ता

सीनियर अधिवक्ता डॉ. एपी सिंह ने वक्फ की संपत्तियों को लेकर बड़ी बात कह दी है। डीएनपी इंडिया के साथ साक्षात्कार में 32वें मिनट के दौरान अपनी बात रखते हुए एपी सिंह कहते हैं कि वक्फ बाय यूजर सिर्फ प्रॉपर्टी हड़प करने का तरीका है। गुंडई या वक्फ के नाम पर जमीन कब्जा कर लो। ना कागज, ना खसरा, ना खतौनी, ना इंतखाप, ना लेखपाल और ना कोर्ट का डर। सबको बाईपास कर दो। हालांकि, अब ऐसा नहीं चलेगा। इसके अलावा भी डॉ. एपी सिंह ने Waqf Act Exclusive पर बातचीत करते हुए कई अहम बाते कही हैं जिसे आप डीएनपी इंडिया के यूट्यूब चैन पर जारी किए गए वीडियो में जाकर देख सकते हैं।

नोट– डीएनपी इंडिया के साथ एडवोकेट डॉ. एपी सिंह का साक्षात्कार उपरोक्त में संलग्न लिंक के माध्यम से देखा जा सकता है।

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