Mani Shankar Aiyar: मुद्दों की जुगत में लगी बीजेपी को बैठे-बिठाए मणिशंकर अय्यर ने बड़ा मौका दे दिया। पूर्व सांसद अय्यर ने एक साक्षात्कार के दौरान पूर्व पीएम राजीव गांधी की शैक्षणिक योग्यता पर सवाल खड़ा कर दिए हैं। मणिशंकर अय्यर का कहना है कि Rajiv Gandhi कैंब्रिज और इंपीरियल कॉलेज में दो बार फेल हुए थे। बीजेपी ने Mani Shankar Aiyar के इस बयान को लपक लिया है और सियासी गलियारों में जमकर सवाल उठ रहे हैं। अमित मालवीय, संबित पात्रा, सुंधाशु त्रिवेदी समेत अन्य कई BJP नेताओं ने कांग्रेस आलाकमान को कटघरे में खड़ा करते हुए सवाल दागे हैं। सोशल मीडिया पर भी मणिशंकर अय्यर के बयान को लेकर जंग छिड़ी है। सवाल है कि क्या पूर्व सांसद 2017 के बाद फिर Congress का बंटाधार करने में जुट गए हैं? कांग्रेस हाईकमान के लिए बढ़ती मुश्किलों के बीच ये सवाल तेजी से उठ रहा है।
Mani Shankar Aiyar ने पूर्व पीएम Rajiv Gandhi पर टिप्पणी कर बढ़ा दी हाईकमान की मुश्किलें!
एक बड़बोलेपन बयान ने कांग्रेस आलाकमान की मुश्किलें फिर बढ़ा दी हैं। 10, जनपथ रोड पर हलचल तेज हो चुकी है और चर्चाओं का दौर जारी है। दरअसल, मणिशंकर अय्यर ने पूर्व पीएम Rajiv Gandhi की शैक्षणिक योग्यता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पूर्व मंत्री अय्यर ने कहा है कि राजीव गांधी का पीएम बनना सभी को हैरान करने वाला फैसला था, क्योंकि वे दो बार के फेल छात्र थे। Mani Shankar Aiyar के मुताबिक राजीव गांधी पहले कैंब्रिज और फिर बाद में इंपीरियल कॉलेज लंदन में फेल हुए थे। BJP ने मणिशंकर अय्यर के इस बयान को लपक लिया है और शीर्ष नेतृत्व पर हमलावर है। अमित मालवीय, सुंधाशु त्रिवेदी, राधिका खेड़ा, संबित पात्रा समेत कई नेताओं ने कांग्रेस हाईकमान के समक्ष सवालों के अंबार लगा दिए हैं। इस पूरे प्रकरण में बीजेपी, राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका वाड्रा पर निशाना साध रही है।
क्या फिर Congress का बंटाधार करेंगे मणिशंकर अय्यर?
दरअसल, मणिशंकर अय्यर के बयानों का खामियाजा कांग्रेस पूर्व में भी भुगत चुकी है। 2017 का गुजरात चुनाव भला कौन भूला होगा। जब Congress गुजरात में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही थी, तभी Mani Shankar Aiyar ने पीएम मोदी को ‘नीच इंसान’ कह दिया। इसके बाद सारा समीकरण बदला और पूरे देश में मणिशंकर अय्यर का विरोध हुआ। परिणाम ये हुआ कि BJP गुजरात में 99 सीटों पर जीतकर सरकार बनाने में सफल रही। वहीं Congress 77 सीटों पर ही अटक गई।
अय्यर यहीं नहीं रुके और उन्होंने लल्लनटॉप को दिए एक साक्षात्कार में राहुल गांधी, सोनिया गांधी का नाम लिए बगैर शीर्ष नेतृत्व की आलोचना कर दी। उस दौरान भी पार्टी की खूब फजीहत हुई। यही वजह है कि अब जब Mani Shankar Aiyar ने पूर्व पीएम राजीव गांधी पर सवाल उठाए हैं, तो पूछा जा रहा है कि क्या वे कांग्रेस का बंटाधार करके ही मानेंगे? फिलवक्त देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस मणिशंकर अय्यर द्वारा दिए बयान के बाद बढ़ी मुश्किलों से कैसे निपटती है।