KIIT Student Suicide: ओडिशा के भुवनेश्वर में स्थित कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी में 16 फरवरी को बीटेक थर्ड ईयर की एक छात्रा मृत पाई गई। इसके बाद कैंपस में तनाव बढ़ गया है। मृतक छात्रा प्रकृति लामसाल नेपाल की रहने वाली थी। वहीं, घटना को लेकर बताया जा रहा है कि छात्रा KIIT में ही पढ़ने वाले एक अन्य छात्र से प्रेम करती थी। मृतका के दोस्तों और परिवार ने दावा किया कि उसका पहला प्रेमी अद्विक श्रीवास्तव मानसिक उत्पीड़न कर रहा था। जिसके कारण प्रकृति लामसाल ने आत्महत्या कर ली। मृतका के भाई ने अद्विक श्रीवास्तव के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। जिसके बाद भारतीय न्याय संहिता की धारा 108 के तहत मामला दर्ज कर अद्विक को हिरासत में ले लिया गया है।
KIIT प्रशासन का तुगलकी फरमान
आपको बता दें कि घटना के बाद नेपाली छात्र यूनिवर्सिटी प्रशासन पर मनमानी करने और मामले को दबाने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन पर उतारू थे। नेपाली छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए KIIT Student Suicide मामले की गहन जांच की मांग की है। इधर, छात्रों के विरोध से नाराज विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी अंतरराष्ट्रीय नेपाल के छात्रों को 17 फरवरी को हॉस्टल खाली करने का निर्देश दिया था। जिसके बाद छात्रों ने कैंपस खाली करना शुरू कर दिया। KIIT में पढ़ने वाले एक छात्र ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा, “उन्हें जबरन कैंपस से निकाला जा रहा है।” एक अन्य छात्र ने प्रशासन के इस कदम पर सवाल उठाते हुए कहा, “नेपाल लौटने के लिए अचानक व्यवस्था करना बहुत मुश्किल है। हम एक ही दिन में नेपाल कैसे जा सकते हैं?”
KIIT की कार्रवाई से छात्र नाराज
अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स में KIIT में पढ़ने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों के हवाले से बताया गया है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कई नेपाली छात्रों को दो बसों में भरकर कटक रेलवे स्टेशन भेजा। वहीं, एक प्रत्यक्षदर्शी छात्र ने बताया, “हमें तुरंत हॉस्टल का कमरा खाली करने को कहा गया और कुछ ही घंटों में कटक स्टेशन पर उतार दिया गया।” वहीं, इस सबके बीच निजी समाचार एजेंसी ANI के आधिकारिक एक्स हैंडल ने KIIT में पढ़ने वाले अंतरराष्ट्रीय नेपाली छात्रों पर यूनिवर्सिटी प्रशासन की कार्रवाई से जुड़ा एक वीडियो शेयर किया है।
इस पोस्ट के कैप्शन में निजी समाचार एजेंसी एएनआई ने लिखा, “ओडिशा: नेपाल का एक बी.टेक तृतीय वर्ष का छात्र 16 फरवरी को भुवनेश्वर में केआईआईटी विश्वविद्यालय (कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी) के छात्रावास में मृत पाया गया। विश्वविद्यालय द्वारा जारी नोटिस के अनुसार, इसलिए संस्थान को नेपाल के सभी अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया गया है और उन्हें आज 17 फरवरी को तुरंत KIIT University परिसर खाली करने का निर्देश दिया गया है। भुवनेश्वर से लड़कों के छात्रावास से निकलने और कटक से रेलवे स्टेशन पहुंचने वाले छात्रों के दृश्य। विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले अन्य राज्यों के कुछ छात्रों ने भी केआईआईटी प्रशासन के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त की है। इन छात्रों ने कहा कि “विश्वविद्यालय के सुरक्षा गार्ड उन्हें छात्रावास से बाहर निकलने से रोक रहे हैं।”
नेपाली PM के आदेश बाद KIIT की अपील
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने घटना का संज्ञान लेते हुए नई दिल्ली स्थित नेपाली दूतावास को केआईआईटी में प्रभावित छात्रों की काउंसलिंग करने का आदेश दिया है। बताया गया है कि नेपाली दूतावास के दो अधिकारी विश्वविद्यालय का दौरा करेंगे और नेपाली छात्रों से मिलेंगे। इसके अलावा वे नेपाली छात्रों की समस्याओं के समाधान की दिशा में काम करेंगे। इधर, मामले को तूल पकड़ता कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी अंतरराष्ट्रीय नेपाली छात्रों से छात्रावास में लौटने का अनुरोध कर रही है। निजी समाचार एजेंसी ANI के आधिकारिक एक्स हैंडल से किए गए एक पोस्ट से इसकी पुष्टि हुई है।
समाचार एजेंसी एएनआई ने पोस्ट में KIIT के हवाले से कहा, ”कल देर शाम केआईआईटी परिसर में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। घटना के तुरंत बाद पुलिस ने मामले की जांच की और अपराधी को पकड़ लिया। KIIT प्रशासन ने सामान्य स्थिति बहाल करने और परिसर और छात्रावासों में शैक्षणिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए हर संभव प्रयास किया है। हम अपने सभी नेपाली छात्रों से अपील करते हैं जो परिसर छोड़ चुके हैं या छोड़ने की योजना बना रहे हैं कि वे वापस लौट आएं और कक्षाएं फिर से शुरू करें: केआईआईटी – कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी।”