Saif Ali Khan Attack: मुंबई में सैफ अली खान पर एक छोटा सा हमला क्या हुआ कि पाकिस्तान की बिलबिलाहट फिर सामने आ गई। पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने सैफ अली खान अटैक केस में बड़ा बयान दे दिया है। Fawad Chaudhry ने विवादित बयान देते हुए कहा है कि बॉलीवुड अभिनेता पर 6 बार चाकू से हमला हुआ। भारत में मुस्लिम अभिनेताओं के जान को गंभीर खतरा है। भारतीय मुसलमानों के अधिकारों के लिए पाकिस्तान को उठना ही होगा।” Saif Ali Khan Attack मामले में फवाद चौधरी के इस बयान की जमकर आलोचना हो रही है। गौर करने वाली बात ये है कि ‘मुसलमानों पर हमला’ का जिक्र वो पाकिस्तानी कर रहे हैं जिनके खुद के हाथ शिया और अहमदियों की खून से रंगे हैं।
Saif Ali Khan Attack केस में Fawad Chaudhary की ओछी राजनीति

पाकिस्तान सरकार में पूर्व मंत्री फवाद चौधरी की ओछी राजनीति का एक नमूना सैफ अली खान अटैक मामले में भी सामने आया है। फवाद चौधरी ने इस प्रकरण में ओछी राजनीति का उदाहरण पेश करते हुए गीदड़भभकी पेश की है। उन्होंने साफ तौर पर Saif Ali Khan Attack केस को अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का रंग देने की कोशिश की है। Fawad Chaudhry की इस गंदी मानसिकता को लेकर सोशल मीडिया पर उनकी जमकर फजीहत हो रही है। यूजर्स फवाद को पाकिस्तान की आंतरिक गतिविधियों पर ध्यान देने की याद दिला रहे हैं।
गौरतलब है कि मुबई में आज तड़के सुबह बॉलीवुड अभिनेता Saif Ali Khan पर हमला होने का मामला सामने आया। मुंबई पुलिस ने इस हाई प्रोफाइल मामले में अज्ञात हमलावरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर तहकीकात शुरू कर दी है। पुलिस की ओर से 10 टीमें भी लगाई गई हैं ताकि जल्द से जल्द हमलावरों को पकड़ा जा सके।
‘सैफ अली खान अटैक’ केस के बहाने पाकिस्तानियों का ढोंग!
अभिनेता Saif Ali Khan पर हुए हमले को अल्पसंख्कों के खिलाफ साजिश का रंग वो दे रहे हैं, जिनके हाथ अहमदियों और शियाओं की खून से रंगे हैं। बता दें कि पाकिस्तान में शियाओं के खिलाफ अत्याचार का लंबा इतिहास रहा है। पाकिस्तान में 10 से 12 फीसदी की आबादी वाले शियाओं को सरेआम जान से मारा जाता है। अभी नवंबर 2024 में भी सुन्नी समुदाय ने शियाओं पर घात लगाकर हमला करते हुए दर्जनों शियाओं को जान से मार गिराया था।
शियाओं के अलावा बलूची और अहमदियों पर भी Pakistani जुल्म का कहर ढाहते रहे हैं। बीबीसी में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में वर्ष 2010 से अप्रैल 2022 तक अहमदियों पर 28 बार सार्वजनिक हमले हुए हैं। वहीं साल 2021 के बाद अहमदियों के धार्मिक स्थलों पर लगभग 30 हमले हुए हैं जिसमें कईयों की जान गई हैं। ऐसे में जिनके हाथ (पाकिस्तानी) अहमदियों, शियाओं और बलूचियों के खून से रंगे हैं, वे भारत को मानवता का पाठ पढ़ाने निकले हैं। पाकिस्तान के इसी कृत्य के कारण उनकी फजीहत जमकर हो रही है।