Virat Kohli and Anushka Sharma: टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद से सोशल मीडिया पर विराट कोहली चर्चा में बने हुए हैं। जहां एक तरफ अपनी अवनीत कौर के साथ उनकी कंट्रोवर्सी तो दूसरी तरफ अनुष्का शर्मा के साथ उन्हें बार-बार स्पॉट किया जा रहा है।इस सब के बीच एक बार फिर Virat Kohli सुर्खियों में आ गए। टेस्ट क्रिकेट में बेहतरीन ईरा खेलने के बाद भारतीय क्रिकेटर अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ आध्यात्मिक गुरु Premanand Maharaj के पास पहुंचे। करीब साढ़े 3 घंटे का समय व्यतीत किया लेकिन इस सबके बीच आखिर प्रेमानंद महाराज के साथ इस मुलाकात में क्या रखा खास आइए जानते हैं।
विराट कोहली और अनुष्का शर्मा का Premanand Maharaj से मुलाकात की खास बातें
रिपोर्ट के मुताबिक कहा जा रहा है कि प्रेमानंद महाराज के आश्रम श्री राधाकेलीकुंज में Virat Kohli and Anushka Sharma ने करीब 3:30 घंटे तक समय व्यतीत किया। इस दौरान 15 मिनट दोनों ने अकेले में आध्यात्मिक गुरु से बातचीत की। रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को 7:30 बजे वे आश्रम पहुंचे और 9:30 के करीब उन्होंने वापसी की। इस दौरान वे आश्रम में ना सिर्फ प्रेमानंद महाराज से मुलाकात की बल्कि वहां आसपास निरीक्षण भी किया।
प्रेमानंद महाराज संग Virat Kohli and Anushka Sharma की पहले भी हो चुकी मुलाकात
गौरतलब है कि इससे पहले जनवरी में विराट कोहली और अनुष्का शर्मा 2 बार आध्यात्मिक गुरु Premanand Maharaj से मुलाकात कर चुके हैं। इस दौरान सफलता और असफलता को लेकर विराट ने सवाल किए थे तो अनुष्का शर्मा ने भी अपने दिल की बात की थी। इस सबके बीच टेस्ट क्रिकेट में शानदार करियर खत्म करने के बाद एक बार फिर वह प्रेमानंद के आश्रम में नजर आए तो लोगों के बीच चर्चा में आ गए।
विराट कोहली ने 14 साल के सफर को याद किया
बता दें कि टेस्ट क्रिकेट से अलविदा कहने वाले Virat Kohli ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट के जरिए लोगों को अपने दिल की बात बताई थी। उन्होंने कहा था कि “टेस्ट क्रिकेट में पहली बार बैगी ब्लू जर्सी पहने हुए 14 साल हो चुके हैं। ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी सोचा था कि यह फॉर्मेट मुझे किस सफर पर ले जाएगा। इसने मेरी परीक्षा ली मुझे आकार दिया और मुझे ऐसे सबक सिखाएं जिन्हें मैं जीवन भर साथ सकूंगा।”
विराट कोहली ने इस तरह टेस्ट सफर पर लगाया पूर्णविराम
Virat Kohli ने आगे लिखा, “सफेद कपड़ो में खेलना एक बहुत ही निजी अनुभव है। शांत परिश्रम लंबे दिन छोटे-छोटे पल जिने कोई नहीं देखा लेकिन जो हमेशा आपके साथ रहते हैं जब मैं इस फॉर्मेट से दूर जा रहा हूं तो यह आसान नहीं है लेकिन यह सही लगता है। मैंने इसमें अपना सब कुछ दिया है और उसमें मुझे मेरी उम्मीद से कहीं ज्यादा दिया है। मैं खेल के लिए मैदान पर खेलने वाले लोगों के लिए और हर उसे व्यक्ति के लिए आभार से भरा दिल लेकर जा रहा हूं जिसने मुझे इस सफर में आगे बढ़ाया। मैं हमेशा अपने टेस्ट को मुस्कुराते हुए देखूंगा।”