Madan Dilawar: राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने मुगल बादशाह अकबर को “बलात्कारी, आक्रमणकारी और लुटेरा” बताकर देश की राजनीति में एक नए विवाद को हवा दे दी है। यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है, जब महाराष्ट्र से सपा विधायक अबू आजमी द्वारा एक अन्य मुगल बादशाह औरंगजेब की तारीफ करने पर देशभर में विवाद छिड़ा हुआ है। मंगलवार को राजस्थान विधानसभा में बोलते हुए Madan Dilawar ने यह दावा करके विवाद खड़ा कर दिया कि ”अकबर मीना बाजार लगाता था, बलात्कारी, आक्रमणकारी, लुटेरा था…” इस दौरान विपक्षी दलों ने नारेबाजी की।
अकबर पर Madan Dilawar बोले…
विधानसभा में राजस्थान के शिक्षा मंत्री के इस बयान पर जब कुछ विधायकों ने आपत्ति जताई तो दिलावर ने पूछा कि, अकबर के बारे में आप क्या सोचते हैं? औरंगजेब ने अनगिनत हिंदुओं को मारा, सैकड़ों मंदिर तोड़े और हिंदुओं पर जजिया कर लगाया। विधानसभा में Madan Dilawar द्वारा अकबर पर दिए गए बयान के कुछ अंशों का वीडियो, BJP राजस्थान प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया है।
हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब मदन दिलावर ने मुगल बादशाह अकबर पर हमला बोला हो। पिछले साल फरवरी में भी मदन दिलावर ने Akbar को बलात्कारी कहा था। उन्होंने तब कहा था कि ”अकबर बलात्कारी था। भारत में उसका नाम लेना भी पाप है।” दिलावर ने कहा था कि हमें स्कूल में पढ़ाया जाता है कि अकबर महान था लेकिन मैंने सुना है कि वह “मीना बाजार” लगाता था और सुंदर लड़कियों और महिलाओं का अपहरण करता था।”
अबू आजमी Aurangzeb Controversy पर सियासी संग्राम
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी द्वारा मुगल बादशाह Aurangzeb को ‘अच्छा प्रशासक’ बताए जाने पर विवाद छिड़ा हुआ है। सत्तारूढ़ भाजपा ने विधानसभा के चार बार सदस्य रहे आजमी के इस बयान को मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान माना। राज्य में मचे आक्रोश के बीच अबू आजमी Abu Azmi को बुधवार को पूरे सत्र के लिए विधानसभा से निलंबित कर दिया गया है। इसके बाद भी देशभर में इसको लेकर हंगामा थम नहीं रहा है।
औरंगजेब की तारीफ में Abu Azmi ने पढ़े कसीदे
महाराष्ट्र में आजमी के बयान पर BJP और शिवसेना ने मोर्चा खोल दिया है। इस विवाद के उभरने के बाद सपा विधायक के खिलाफ महाराष्ट्र में दो एफआईआर भी दर्ज की गई हैं। अबू आजमी मुंबई की मानखुर्द शिवाजीनगर विधानसभा सीट से चौथी बार MLA चुने गए हैं। आजमी ने कहा था कि औरंगजेब क्रूर शासक नहीं था। वहीं जब उनके बयान ने तूल पकड़ा तो उन्होंने अपने बयान के पीछे इतिहासकारों का हवाला देते हुए माफी मांगी।
Abu Azmi ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वायरल बयान पर सफाई देते हुए लिखा कि, ” मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर दिखाया गया है। औरंगज़ेब रहमतुल्लाह अलेह के बारे में मैंने वही कहा है जो इतिहासकरों और लेखकों ने कहा है। मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज या अन्य किसी भी महापुरषों के बारे में कोई अपमानजनक टिपण्णी नहीं की है – लेकिन फिर भी मेरी इस बात से कोई आहत हुआ है तो मैं अपने शब्द, अपना स्टेटमेंट वापस लेता हूँ। इस बात को राजनितिक मुद्दा बनाया जा रहा है, और इसकी वजह से महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र को बंद करना मैं समझता हूँ की यह Maharashtra की जनता का नुक्सान करना है।”
निलंबन पर Abu Azmi का छलका दर्द
Abu Azmi ने वायरल बयान पर दूसरे बारी सफाई देते हुए एक्स पर लिखा कि, ”महाराष्ट्र विधानसभा द्वारा बजट सत्र के लिए मेरा निलंबन सिर्फ मेरे साथ नहीं बल्कि जिनका मैं प्रतिनिधित्व करता हूँ उन लाखों लोगों के साथ नाइंसाफी है।”
अबू आजमी आगे लिखते हैं कि, ”ये मेरे साथ ज़्यादती है। मैं Maharashtra सरकार से पूछना चाहूंगा क्या राज्य में दो तरह के कानून चलते है? अबू आसिम आज़मी के लिए अलग कानून? दूसरी तरफ प्रशांत कोरटकर और राहुल शोलापुरकर के लिए अलग कानून?”