Wednesday, March 19, 2025
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नो नमाज़ ब्रेक! Himanta Biswa Sarma का बड़ा फैसला, Assam सरकार ने 90 साल पुरानी परंपरा को किया खत्म, अब मुस्लिम विधायकों को नहीं मिलेगा नमाज ब्रेक, जाने वजह

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Assam Beef Ban: हिमंता बिस्वा शर्मा (Himanta Biswa Sarma) की सरकार द्वारा लिया एक फैसला सुर्खियां बटोर रहा है। असम मंत्रिमंडल ने बीते दिन राज्य के सभी रेस्तरां और सार्वजनिक स्थानों पर गोमांस की खपत पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है।

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Jharkhand Election Result 2024: उत्तर-पूर्वी राज्यों में बीजेपी के लिए संकटमोचन की भूमिका निभाने वाले हिमंता बिस्वा सरमा के नाम की चर्चा जोरों पर है। असम के मुख्यमंत्री ने झारखंड विधानसभा चुवाव में अपनी अहम भूमिका निभाई है।

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Himanta Biswa Sarma: देश के पूर्वोत्तर राज्य असम से बड़ी खबर आई है। यहां विधानसभा सत्र में नमाज के लिए मुस्लिम विधायकों को मिलने वाला दो घंटे का ब्रेक अब खत्म कर दिया गया है। यह फैसला पिछले साल अगस्त में लिया गया था। शुक्रवार को Himanta Biswa Sarma के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने इसे इस साल के बजट सत्र से लागू कर दिया है।

वहीं, ‘द वायर’ ने पीटीआई की रिपोर्ट के हवाले से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर लिखा, “असम विधानसभा ने पिछले साल लिए गए फैसले को लागू करते हुए शुक्रवार को नमाज अदा करने के लिए मुस्लिम विधायकों को दी जाने वाली छुट्टी को खत्म कर दिया है। 90 साल पुरानी परंपरा, दो घंटे के ब्रेक को मौजूदा बजट सत्र के दौरान औपचारिक रूप से खत्म कर दिया गया। विपक्षी दलों ने इस कदम की आलोचना करते हुए तर्क दिया है कि यह मुस्लिम विधायकों की जरूरतों को नजरअंदाज करता है।”

असम विधानसभा नेता प्रतिपक्ष का सुझाव

कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष देबब्रत सैकिया ने विधानसभा परिसर के अंदर नमाज अदा करने की अनुमति देने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था का सुझाव दिया। उन्होंने कहा, “आज, मेरे कई पार्टी सहयोगी और AIUDF विधायक महत्वपूर्ण चर्चाओं से चूक गए क्योंकि वे ‘नमाज’ अदा करने चले गए। चूंकि यह केवल शुक्रवार के लिए एक विशेष प्रार्थना की आवश्यकता है, इसलिए मुझे लगता है कि इसके आसपास कुछ प्रावधान किया जा सकता है।”

सीएम Himanta Biswa Sarma का समर्थन

वहीं विधानसभा सत्र में मुस्लिम विधायकों को नमाज के लिए दिए जाने वाले दो घंटे के ब्रेक को खत्म करने के फैसले पर असम विधानसभा अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी ने कहा कि यह “संविधान की धर्मनिरपेक्ष प्रकृति को ध्यान में रखते हुए” लिया गया है। उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने प्रस्ताव दिया था कि सदन की कार्यवाही शुक्रवार को भी अन्य दिनों की तरह सामान्य रूप से जारी रहनी चाहिए। यह प्रस्ताव विधानसभा की नियम समिति में पेश किया गया था और उन्होंने कहा है कि इसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। राज्य के मुख्यमंत्री Himanta Biswa Sarma ने इस फैसले का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि “यह परंपरा 1937 में मुस्लिम लीग के सैयद सादुल्ला ने शुरू की थी। यह फैसला उत्पादकता को प्राथमिकता देता है और औपनिवेशिक युग के एक और निशान को हटाने का काम करता है।”

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Rupesh Ranjan
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Rupesh Ranjan is an Indian journalist. These days he is working as a Independent journalist. He has worked as a sub-editor in News Nation. Apart from this, he has experience of working in many national news channels.

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