Budget Session 2025: बजट सत्र 2025 का आज तीसरा दिन है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले शनिवार को लोकसभा में आम बजट पेश किया था। वहीं, स्पीकर ने सदन की कार्यवाही आज तक के लिए स्थगित कर दी थी। Budget Session 2025 के तीसरे दिन सोमवार को विपक्ष ने महाकुंभ में भगदड़ से हुई मौतों को लेकर लोकसभा में हंगामा किया। विपक्षी सांसदों ने स्पीकर से भगदड़ से हुई मौतों का सही आंकड़ा जारी करने की मांग की। इस बीच, विपक्षी सांसदों के राज्यसभा से वॉकआउट करने की खबरें भी सामने आई हैं। यहां विपक्षी सांसदों ने Maha Kumbh भगदड़ मामले को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और सदन से वॉकआउट कर दिया।
विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा से किया वॉकआउट
आपको बता दें कि बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके लिए सभी राजनीतिक दल अभी से सियासी बिसात बिछाने में लगे हुए हैं। बिहार में एनडीए और महागठबंधन के बीच सियासी रस्साकशी जारी है। इस बीच राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज कुमार झा का बड़ा बयान सामने आया है। जो Maha Kumbh हादसे को लेकर एनडीए सरकार पर सीधा सवाल खड़ा करता है।
मालूम हो कि Rajya Sabha में विपक्षी सांसद सदन के भीतर महाकुंभ हादसे पर चर्चा की मांग कर रहे हैं। वह भाजपा शासित राज्य उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के प्रबंधन को लेकर एनडीए सरकार को घेर रहे हैं। इसी कड़ी में जब समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान RJD MP Manoj Kumar Jha से राज्यसभा में जारी गतिरोध को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, महाकुंभ भगदड़ को लेकर चिंताजनक बात यह है कि इसमें जान गंवाने वाले लोगों को लेकर पूरा देश चिंतित है।
RJD सांसद ने महाकुंभ हादसे पर बहस की मांग की
समाचार एजेंसी एएनआई ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से आरजेडी सांसद मनोज कुमार झा की बातचीत का वीडियो पोस्ट किया है। समाचार एजेंसी एएनआई ने इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा है कि, “आरजेडी सांसद मनोज कुमार झा ने कहा, चिंताजनक बात यह है कि जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है उनके लिए पूरा देश चिंतित है… Kumbh उनसे पहले भी होता था और उनके बाद भी कुंभ होगा। कुंभ निरंतरता का विषय है, लेकिन राजनीतिक दलों का नहीं… लोग जवाबदेही चाहते हैं… इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए।” वैसे भी आज देश की निगाहें लोकसभा और राज्यसभा पर टिकी हैं। दोनों सदनों में आज राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी। इधर, सदनों के बाहर और भीतर विपक्ष का तनाव और स्वर बढ़ गया है।