DK Shivakumar: कुछ साल पहले दक्षिण के एक नेता ने कहा था, “चाहे कितने भी नारे लगा लो, ये डीके शिवकुमार किसी से डरने वाले नहीं हैं। मैं अकेला आया हूं और अकेला ही जाऊंगा।” ऐसे बयानों के जरिए राजनीति में अपना कद ऊंचाइयों तक पहुंचाने वाले कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में हैं। बहस का मुख्य मुद्दा सीएम पद को लेकर चल रही बयानबाजी है। डीके शिवकुमार के समर्थक कर्नाटका में कमान बदलने की मांग कर रहे हैं।
इन सबके बीच कांग्रेस के पूर्व सांसद डीके सुरेश, अपने भाई DK Shivakumar को मुख्यमंत्री बनाने की मांग के समर्थन में खुलकर सामने आ गए हैं। शनिवार को बेंगलुरु में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “मेरी अपनी इच्छा छिपी नहीं है, लेकिन इसके लिए समय चाहिए।” अब सवाल यह है कि क्या यह संभव है? या क्या वाकई डीके शिवकुमार के जरिए कर्नाटक में कोई सियासी उथल-पुथल मचने वाली है? आइए इस लेख में जानते हैं।
कर्नाटक BJP अध्यक्ष का बयान
सबसे पहले जान लीजिए कि हाल ही में बीजेपी कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र का बड़ा बयान सामने आया। उन्होंने उन अटकलों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है, जिनमें कहा जा रहा था कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उपमुख्यमंत्री DK Shivakumar बीजेपी का हिस्सा बन सकते हैं। दिलचस्प बात यह है कि यह अटकलें बीजेपी के कुछ नेताओं के बयान से शुरू हुई थीं। कहा जा रहा था कि शिवकुमार कर्नाटक के ‘एकनाथ शिंदे’ हो सकते हैं। वहीं, इस पर गोलमोल जवाब देते हुए कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष विजयेंद्र ने राज्य में ‘तेज’ राजनीतिक घटनाक्रम की भविष्यवाणी की है।
Sadhguru को लेकर DK के बयान से बढ़ी हलचल
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर समाचार एजेंसी एएनआई ने डीके शिवकुमार के एक बयान के संक्षिप्त अंश को साझा किया है। एनएनआई ने एक्स पर लिखा,”महाशिवरात्रि के अवसर पर कोयंबटूर में Sadhguru जग्गी वासुदेव के ईशा योग केंद्र के दौरे पर कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री DK Shivakumar ने कहा, “सद्गुरु कर्नाटक से हैं। वे कावेरी जल के मुद्दे पर संघर्ष कर रहे हैं। वे आए और मुझे व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित किया।”
डीके शिवकुमार आगे कहते हैं कि, “उनके बहुत सारे अनुयायी हैं। वे कुछ बेहतरीन काम कर रहे हैं। विभिन्न राजनीतिक दलों के विधायक और नेता वहां मौजूद थे। इसलिए मैं वहां गया। यह मेरी व्यक्तिगत मान्यता है। मेरे निर्वाचन क्षेत्र में, स्थानीय निर्वाचन क्षेत्र के लोगों द्वारा ईसा मसीह की लगभग 100 फीट ऊंची प्रतिमा बनाई गई थी। तब BJP ने मुझे ‘येसुकुमारा’ कहा… मैं सभी धर्मों, सभी जातियों में विश्वास करता हूं। कांग्रेस पार्टी की विचारधारा समाज में सभी को साथ लेकर चलने की है। इसलिए मैं अंतर करता हूं। कुछ लोगों को यह पसंद आ सकता है, कुछ को यह पसंद नहीं आ सकता…”
BJP विधायक के बयान से कांग्रेस की बढ़ी टेंशन
बता दें कि मौजूदा समय में डीके शिवकुमार में भाजपा नेताओं की दिलचस्पी बढ़ती जा रही है। कर्नाटक के भाजपा विधायक सुरेश गौड़ा ने कहा कि उपमुख्यमंत्री शिवकुमार की अपनी हिंदू पहचान पर टिप्पणी एक महत्वपूर्ण राजनीतिक बदलाव का संकेत देती है। दरअसल, यह सारी अटकलें तब शुरू हुईं जब DK Shivakumar ने पिछले बुधवार को ईशा फाउंडेशन द्वारा आयोजित शिवरात्रि कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और Sadhguru जग्गी वासुदेव के साथ मंच साझा किया। सूत्रों के मुताबिक, इससे कांग्रेस नेताओं के एक वर्ग में बेचैनी पैदा हो गई है, जिन्हें लगता है कि शिवकुमार भाजपा की विचारधारा से जुड़ रहे हैं।