Ramadan 2025: इस्लाम में रमजान के महीने को पवित्र माना जाता है। इसकी अहमियत से पूरी दुनिया वाकिफ है। इस पवित्र महीने में आज रमजान का पहला रोजा है। ऐसे में अगर आपको डायबिटीज आदि की समस्या है और आप रोजा रखना चाहते हैं, तो इन 5 बातों का ध्यान रखकर आप पूरे फर्ज के साथ रोजा रख सकते हैं। इससे आपकी सेहत अच्छी रहेगी और ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में काफी मदद मिलेगी। दरअसल रमजान में रोजा कितने घंटे का होगा ये सूर्योदय और सूर्यास्त पर निर्भर करता है।
Ramadan 2025 रोजे के दौरान सुबह की पहली किरण से लेकर सूर्यास्त तक कुछ नहीं खाया जाता। खाने के बीच लंबा गैप शरीर के अंदर पाचन तंत्र में बदलाव ला सकता है, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है। सेहरी के वक्त आपको फाइबर से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिए। इससे आपको ब्लड शुगर को मेंटेन करने में मदद मिल सकती है। आपको बता दें, फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को पचाने में शरीर को अधिक समय लगता है, ऐसे में शरीर में ब्लड शुगर लेवल अचानक से नहीं बढ़ता है।
रोजेदार डायबिटीज मरीज के लिए डॉक्टर की सलाह
जेएन मेडिकल कॉलेज के राजीव गांधी डायबिटीज सेंटर की निदेशक प्रो. शीलू शफीक सिद्दीकी का कहना है कि Diabetes से पीड़ित व्यक्ति भी रोजा रख सकता है, लेकिन स्वास्थ्य पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े, इसके लिए डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है। रोजे के दौरान शुगर लेवल में काफी बदलाव होता है। जिससे मरीज हाइपोग्लाइसीमिया से पीड़ित हो सकता है, जो ब्लड Sugar में अचानक कमी का संकेत है और मरीज बेहोश हो सकता है या दौरा पड़ सकता है। जिसका मतलब है ब्लड शुगर में अचानक वृद्धि, जिससे कमजोरी, प्यास, सिरदर्द और धुंधला दिखाई देना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इंसुलिन की उचित निगरानी से इस समस्या से निपटा जा सकता है।
डायबिटीज मरीज रोजा में रखें इन बातों का ध्यान
- Ramadan रोजे के दौरान शाम को सूर्यास्त के बाद इफ्तार के समय और सुबह सूर्योदय से पहले सहरी यानी सेहरी के समय ही कुछ खाया-पीया जा सकता है। ऐसे में ब्लड शुगर ऊपर-नीचे हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप समय-समय पर इसकी जांच कराते रहें।
- सूर्योदय से पहले दालचीनी से बनी हर्बल चाय का सेवन भी कर सकते हैं। आपको बता दें कि यह इंसुलिन के स्तर को सामान्य रखने में काफी मददगार साबित होती है, कई शोधों में भी इस बात की पुष्टि हुई है। इसके अलावा यह बार-बार लगने वाली भूख को भी कम कर सकती है।
- अगर आप Diabetes के मरीज हैं, और रोजा रखने जा रहे हैं, तो जान लें कि आपको शारीरिक रूप से सक्रिय रहना बहुत जरूरी है। अगर आपको कमजोरी महसूस हो रही है, तो आप कुछ योगासन भी आजमा सकते हैं, जैसे धनुरासन, बालासन और मंडूकासन। इससे जुड़ी विस्तृत जानकारी आपको इंटरनेट पर आसानी से मिल जाएगी।
- अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो आपको Ramadan रोजे के दिनों में किसी भी हालत में नींद से समझौता नहीं करना चाहिए। ऐसा करना आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। बच्चे हों या बड़े, हर किसी को रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए। इससे न सिर्फ आपका पाचन बेहतर होगा बल्कि ब्लड शुगर भी कंट्रोल में रहेगा।
डिस्क्लेमर: इस लेख में बताई गई सलाह और उल्लेखित सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से हैं। ध्यान दें कि इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। यदि आपके कोई प्रश्न या चिंताएँ हैं तो हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श लें।