Khan Sir: बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा में अनियमितता का आरोप लगाते हुए इसे रद्द करने की मांग कर रहे अभ्यर्थियों और शिक्षकों की लंबी फेहरिस्त है। पिछले कुछ हफ्तों में आंदोलनकारी अभ्यर्थी इसे लेकर कई बार सरकार और आयोग से आमने-सामने आ चुके हैं। इसके बाद भी BPSC ने छात्रों की मांगों पर कोई ठोस फैसला नहीं लिया है। फिलहाल यह मामला पटना हाईकोर्ट में चल रहा है। वहीं अभ्यर्थी इस उम्मीद के साथ अपनी मांग पर अड़े हुए हैं कि कोर्ट का फैसला उनके पक्ष में आएगा।
BPSC 70th की संभावना पर Khan Sir का बयान
प्रसिद्ध शिक्षक और यूट्यूबर खान सर ने बड़ा दावा किया है। उनकी मानें तो पिछले दो महीने से जिस सबूत की उन्हें तलाश थी, वह अब उन्हें मिल गया है। इसके बाद खान सर को पूरा भरोसा है कि अब पटना हाईकोर्ट में BPSC 70वीं प्रारंभिक परीक्षा में गड़बड़ी के मामले की सुनवाई होगी तो उनकी जीत होगी। निजी समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए खान सर ने कहा, “जिस सबूत की हमें 2 महीने से तलाश थी, वो मिल गया है। अब Patna High Court में हमारी जीत जरूर होगी।”
खान सर बातचीत में आगे कहते हैं कि, “आयोग जो छुपा रहा था, वह उजागर हो गया है। हमें पता चल गया है कि धांधली कहां हुई… प्रश्नपत्र 3 सेट में बनाए जाते हैं ताकि अगर एक लीक हो जाए तो हम बाकी का इस्तेमाल कर सकें। नियम कहता है कि बचे हुए प्रश्नपत्र अपने-अपने जिलों के कोषागार में जमा कर दिए जाने चाहिए। जब हमने 2 महीने तक जांच की तो पता चला कि नवादा और गया के कोषागार से प्रश्न पेपर गायब हुए हैं। फिर पता चला कि गायब हुए पेपर को BPSC ने बापू परीक्षा केंद्र को दे दिया था। जिस पेपर को कबाड़ में बेचा जाना था, वह 4 जनवरी को दे दिया गया। जिससे रिजल्ट 3 गुना ज्यादा आया।”
खान सर की BPSC से इन मुद्दों की लड़ाई
मालूम हो कि BPSC ने अभ्यर्थियों को भड़काने के आरोप में खान सर को नोटिस भी भेजा था। जिसमें आयोग की ओर से उन पर कई तरह के आरोप लगाए गए थे। साथ ही आयोग ने खान सर से इस मामले में माफी मांगने को भी कहा था। जिस पर खान सर का जवाब था कि वे माफी नहीं मांगेंगे। दरअसल खान सर शुरू से ही आंदोलनकारी छात्रों की मांगों को उठाते रहे हैं। पटना के Gardanibag इलाके में धरना स्थल से उन्होंने Bihar Public Service Commission के खिलाफ कुछ टिप्पणियां की थीं। इसमें Khan Sir ने आयोग पर धांधली का आरोप लगाया था, जिस पर वे आज भी कायम रहने का दावा करते हैं। आपको बता दें कि खान सर को वर्तमान में किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। वे अक्सर विभिन्न मंचों पर देशभर के छात्रों के अधिकारों की बात करते रहे हैं।
ये भी पढ़ें: यूनुस सरकार का हिंदू विरोधी चेहरा हुआ बेनकाब, UN Bangladesh Report ने अल्पसंख्यकों के खिलाफ हुए जुल्मों की खोली पोल