NEET UG 2025: भारत में लाखों छात्र मेडिकल प्रवेश परीक्षा (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) की तैयारी करते हैं। एमबीबीएस प्रोग्राम में प्रवेश के लिए आयोजित राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा नीट को भारत में कठिन परीक्षाओं की श्रेणी में देखा जाता है। NEET UG में सफलता प्राप्त करने के लिए छात्र कड़ी मेहनत करते हैं। इसकी तैयारी में छात्र स्वयं अध्ययन और निम्नलिखित स्थानों पर कोचिंग संस्थानों की सामग्री के साथ परीक्षा में पूछे गए प्रश्न पत्र के योग्य खुद को बनाते हैं।
जानकारी हो कि छात्रों की कड़ी मेहनत इस परीक्षा के परिणाम में सफलता की गारंटी देती है। इसलिए, हर साल देश के लाखों छात्र इस परीक्षा में शामिल होने के लिए उत्सुक रहते हैं। जानकारी हो कि इस परीक्षा को पास करने के बाद ही उन्हें देश के मेडिकल कॉलेज में प्रवेश मिलता है। साथ ही वे एमबीबीएस प्रोग्राम का हिस्सा बनते हैं। फिलहाल, एमबीबीएस की पढ़ाई करने का सपना देखने वाले छात्र NEET UG 2025 की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं, कुछ छात्र अभी भी वर्तमान में मान्यता प्राप्त मेडिकल कॉलेजों में MBBS सीटों की स्थिति जानने के लिए उत्सुक हैं।
कब शुरू होगी NEET UG की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया?
आपको बता दें कि पिछले साल करीब 23 लाख 33 हजार 297 अभ्यर्थी नीट यूजी 2025 में शामिल हुए थे। इनमें से 13 लाख 16 हजार 268 अभ्यर्थियों को काउंसलिंग प्रक्रिया के लिए चुना गया था। हालांकि इस साल यह आंकड़ा बढ़ने की उम्मीद है। वहीं, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा फरवरी के आखिरी सप्ताह या मार्च के पहले सप्ताह तक नीट यूजी 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू करने की संभावना है। हर साल छात्रों के बीच MBBS सीटों को लेकर चर्चा का बाजार गर्म रहता है। वर्तमान में भी यह एक बार फिर चर्चा का केंद्र बना हुआ है।
MBBS प्रोग्राम में छात्रों की सख्या बढ़ेगी!
मालूम हो कि नेशनल मेडिकल कमीशन के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल (2024) देश के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस प्रोग्राम के लिए नामांकित छात्रों की संख्या 117950 थी। इस दौरान देश के 779 निजी और सरकारी Medical Colleges में छात्रों को दाखिला मिल पाया था। हालांकि, विशेषज्ञों के मुताबिक इस साल MBBS Course में दाखिला लेने वाले छात्रों की संख्या पिछले साल के मुकाबले बढ़कर 1.20 लाख से ज्यादा होने की उम्मीद है। इसके पीछे की वजह देश में कई नए मेडिकल कॉलेजों का अस्तित्व में आना और कई कॉलेजों में MBBS Seats में बढ़ोतरी बताई जा रही है।
मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की सीटें बढ़ेंगी?
बता दें कि शिक्षा विशेषज्ञों के अनुसार देश में कई नए सरकारी और गैर-सरकारी मेडिकल कॉलेज शुरू हुए हैं। इसके अलावा पुराने मेडिकल कॉलेजों में भी हर साल MBBS प्रोग्राम की सीटें बढ़ाई गई हैं। फिलहाल कई मेडिकल कॉलेज ऐसे हैं जिन्हें कोर्स संचालित करने के लिए अनुमति की जरूरत है। जिसके लिए कहा जा रहा है कि जल्द ही अनुमति पत्र जारी किया जा सकता है। साथ ही पिछले साल के मुकाबले इस साल मेडिकल काउंसलिंग कमेटी और स्टेट बोर्ड काउंसलिंग के काम में तेजी देखने को मिली है। इसलिए संभावना है कि NEET UG 2025 से पहले इन सभी कॉलेजों को एमबीबीएस कोर्स संचालित करने की हरी झंडी मिल जाए।
वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि नए कॉलेजों के आने और पुराने कॉलेजों में सीटों में बढ़ोतरी से पिछले साल के मुकाबले ज्यादा छात्र MBBS Program में नामांकन ले सकेंगे। उनकी मानें तो कॉलेजों की कुल एमबीबीएस सीटों में पहले भी हर साल बढ़ोतरी की गई है। ऐसे में इस साल भी मौजूदा हालात को देखते हुए उम्मीद है कि देश के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 2000 ज्यादा सीटें सृजित होंगी।