Pamban Bridge: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रामनवमी के मौके पर रामेश्वरम में नए पंबन ब्रिज का उद्घाटन कर देश को बड़ी सौगात दी है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव नजर आए, जबकि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की अनुपस्थिति चर्चा का केंद्र बनी हुई है। इसके पीछे की वजह राजनीतिक विचारधाराओं का अलग होना हो सकता है, लेकिन ऐसे समय में राज्य के मुखिया का ऐतिहासिक समारोह से गायब रहना कई सवालों को जन्म दे रहा है। हालांकि इस खास मौके पर मुख्यमंत्री स्टालिन ने मांग की है कि देश के PM Modi को प्रस्तावित परिसीमन प्रक्रिया को लेकर तमिलनाडु के लोगों की आशंकाओं को दूर करने का वादा करना चाहिए।
MK Stalin की PM Modi से अपील
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री स्टालिन ने ये बातें उस समय कहीं जब पीएम मोदी तमिलनाडु के रामेश्वरम में नए पंबन ब्रिज का उद्घाटन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को तमिलनाडु के अधिकारों की रक्षा के लिए परिसीमन पर विचार करना चाहिए। उनका आगे कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी को संसद में प्रस्ताव पारित करके निष्पक्ष परिसीमन सुनिश्चित करना चाहिए। MK Stalin ने कहा, “माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह वादा सार्वजनिक रूप से करना चाहिए, तमिलनाडु के लोगों के मन से डर को दूर करना चाहिए और संसद में संविधान संशोधन के जरिए इसे लागू करना चाहिए। निष्पक्ष परिसीमन सुनिश्चित करने का यही एकमात्र तरीका है। मुझे उम्मीद है कि वह इस पर अमल करेंगे।”
PM Modi ने Pamban Bridge का किया उद्घाटन
बहरहाल, इन सबके बीच आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के रामेश्वरम में एशिया के पहले वर्टिकल लिफ्ट स्पैन रेलवे ब्रिज यानी नए पंबन ब्रिज का उद्घाटन किया। जो दुनिया को सनातन धर्म की आस्था से जुड़ाव का एहसास कराता रहेगा। मालूम हो कि रामायण के अनुसार राम सेतु का निर्माण रामेश्वरम के पास धनुषकोडी से शुरू हुआ था। इस वजह से यह सनातन आस्था के लिहाज से भी काफी महत्वपूर्ण है। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु में 8300 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न रेल और सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन कर रामनवमी के अवसर पर देश को बड़ी सौगात दी है। Pamban Bridge का निर्माण आधुनिक तकनीक की मदद से किया गया है।
ऐसी राजनीति से किसका होगा भला?
इसके अलावा यह पुल वर्टिकल लिफ्ट तकनीक पर आधारित है। इससे न केवल Tamil Nadu में यात्रा आसान होगी बल्कि व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। जिससे राज्य के साथ-साथ देश को भी दुनिया में एक नई पहचान मिलेगी। लेकिन देश हित में इतना कुछ होने के बावजूद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री MK Stalin बिल्कुल भी खुश नहीं दिख रहे हैं, बल्कि वह आज भी केंद्र की PM Modi सरकार से अपनी पुरानी विवादों को बढ़ाते नजर आ रहे हैं। जिससे तमिलनाडु में स्टालिन की मौजूदा राजनीतिक सोच पर भी सवाल उठ रहे हैं।
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