Yati Narsinghanand Giri: अपने आपत्तिजनक बयानों के कारण अक्सर चर्चा में रहने वाले गाजियाबाद के शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर और श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार वह सीएम योगी के लिए खून से लिखे अपने पत्र को लेकर चर्चा में हैं। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर बाढ़ की तरह फैल रहा है। इसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि भाजपा नेता डॉ. उदिता त्यागी, Yati Narsinghanand Giri के खून से पत्र लिखती नजर आ रही हैं। वहीं, अब इसे उनके प्रशंसकों द्वारा विरोध में उठाया गया अनोखा कदम बताया जा रहा है। यह पत्र उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजा जाएगा। अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स में इसकी पुष्टि हुई है।
यति नरसिंहानंद के खून से लिखा योगी को पत्र
निजी अखबार दैनिक भास्कर के ई-पोर्टल पर प्रकाशित एक लेख में कहा गया है, ”शिवशक्ति धाम डासना, गाजियाबाद के पीठाधीश्वर और श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने एक अनूठा कदम उठाया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के CM Yogi आदित्यनाथ को अपने खून से एक पत्र लिखा है। पत्र में महामंडलेश्वर ने भारत में इस्लामिक जिहाद की बढ़ती चुनौतियों का जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि हिंदुओं को उम्मीद थी कि योगी सरकार से शस्त्र लाइसेंस आसानी से मिल जाएंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उनकी मांग है कि हिंदुओं की आत्मरक्षा के लिए शस्त्र लाइसेंस की प्रक्रिया को सरल बनाया जाना चाहिए।”
हिंदुओं के लिए आसान हो शस्त्र लाइसेंस की प्रक्रिया
वीडियो को समाचार पोर्टल UttarPradesh.ORG News के एक्स-हैंडल से साझा किया गया और पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया,” जूना अखाड़ा महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी के खून से BJP नेत्री डॉ. उदिता त्यागी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने हिंदुओं के लिए शस्त्र लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया को आसान बनाने की मांग की है। डॉ. उदिता त्यागी का कहना है कि वर्तमान समय में हिंदुओं की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें आत्मरक्षा के लिए शस्त्र रखने की अनुमति मिलनी चाहिए। उन्होंने पत्र में उल्लेख किया कि बढ़ती चुनौतियों और सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर यह कदम जरूरी है। इस मुद्दे को लेकर अब राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है।”
यति नरसिंहानंद का विवादों से रहा है नाता
मालूम हो कि यति नरसिंहानंद अक्सर अपने अनोखे काम और आपत्तिजनक बयानों को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। मुसलमानों के खिलाफ उनके बयान खास तौर पर भड़काऊ रहे हैं। जिसके चलते उन पर कानून का शिकंजा भी कसता रहा है। शुरुआत करते हैं तीन साल पहले की एक खबर से। दरअसल, साल 2022 में हरिद्वार में आयोजित ‘धर्म संसद’ में Yati Narsinghanand Giri के भड़काऊ भाषण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। मामला बढ़ता देख पुलिस ने हेट स्पीच मामले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। इन विवादित भाषणों के विवाद पर दुनिया भर की निगाहें टिकी थीं। कई देशों से प्रतिक्रियाएं आईं। जिसमें ब्रिटेन और अमेरिका भी शामिल थे।