Premanand Maharaj: कई दफा ऐसा होता है कि किसी बड़े घटनाक्रम से पहले लोगों को उसका आभास हो जाता है। हालांकि, होनी को भला कौन टाल सकता। ऐसे में वो होकर रहती है। पर क्या ये बातें जीवन-मरण पर भी लागू होती हैं? ऐसा इसलिए पूछ रहे हैं क्योंकि गुरु प्रेमानंद महाराज के दरबार में इसी से जुड़ा एक सवाल सामने आया है। ये सवाल ऐसा है जो व्यक्ति को सोचने पर मजबूर कर दे। दरअसल, एक महिला ने Premanand Maharaj से कहा कि जिस दिन मेरे पति की मृत्यु हुई, उसी दिन प्रातः काल मेरे मन में आया कि उनके साथ ऐसा हो जाएगा। महिला की बात को लेकर प्रेमानंद महाराज ने बड़े तार्किक अंदाज में इसका जवाब दिया है जिसके बारे में हम आपको बताएंगे।
जीवन-मरण से जुड़े सवाल पर गुरु Premanand Maharaj का खास उपदेश
भजनमार्ग के आधिकारिक यूट्यूब चैनल से जारी एक वीडियो क्लिप में प्रेमानंद महाराज एक महिला की बात सुनते नजर आ रहे हैं। महिला कहती है कि 7 महीने पहले जिस दिन मेरे पति की मृत्यु हुई थी, उस दिन प्रातः काल मेरे मन में ये बात आई। मैंने आक्रोश वस आकर उन्हें कुछ शब्द बोल दिए। क्या मेरे शब्दों से ऐसा हुआ? गुरु Premanand Maharaj महिला की बात सुनकर कहते हैं कि “आप इतनी सिद्ध थोड़ी होगी कि जो सोचोगी वही होगा। जो होना था वो सोच आ गई आपके अंदर क्योंकि आपका शरीर संबंध है। कभी-कभी हम सोचते हैं और वही घटना घट जाती है, तो जो घटना घटनी होती है वो सोच आ जाती है। ऐसा नहीं कि आपने सोचा इसलिए वो घटना घट गई। ऐसे में इसको लेकर कोई शोक मत करना कि हमने अपने पति का अहित कर दिया। जो होना था, वो होकर रहेगा।”
गुरु प्रेमानंद महाराज का उपदेश सुन खुल जाएंगी आंखें
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए Premanand Maharaj कहते हैं कि “क्या हमारे-आपके सोचने से किसी की मृत्यु हो जाएगी। जो विधान ने लिख दिया उतना ही रहेगा। आप खूब रो-रो के मनाइए कि आप कभी ना मरिए, तो क्या इंसान बच जाएगा। जिस समय पर जिसे मरना है, उसी समय उसे मरना है। हां हमारे द्वारा कोई पूर्व में ऐसा पाप हुआ होगा, जिसका फल हमें वैधव्य मिला। पति, सुहाग का आपसे दूर इस बात का संकेत है। ऐसे में गलती ना करें और सावधान होकर भगवत नाम का जप करें। ब्रह्मचर्य से रहें तो भगवान की कृपा से हमारा अगला जन्म ठीक हो जाएगा।” ऐसे में ये कहना कि पति की मौत से पहले पत्नी को आभास हो जाता है, प्रेमानंद महाराज के मुताबिक ये गलत है। उनके इस उपदेश को सुन लोगों की आंखें खुल सकती हैं।