Fatty Liver: फैटी लीवर की समस्या से जूझ रहे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में डाइट को लेकर उनकी चिंता कभी खत्म ही नहीं होती है। उन्हें यह समझ में नहीं आता है कि आखिर किस चीज का सेवन करें ताकि परेशानी और ना बढ़े। ऐसे में AIMMS की डॉक्टर प्रियंका सेहरावत ने एक वीडियो को शेयर करते हुए Fatty Liver के मरीजों की मदद करती हुई नजर आई। उन्होंने महत्वपूर्ण जानकारी दी है। यह सच है कि लिवर पेशेंट किसी भी दवा का सेवन नहीं कर पाते हैं और उन्हें पेरासिटामोल भी लेने की मनाई होती है जब तक कि आप डॉक्टर से संपर्क नहीं करते हैं। ऐसे में फैटी लीवर से बचाव के लिए आप इन टिप्स को याद रखें।
1. Paracetamol से हटके Fatty Liver के लिए इन रिस्क फैक्टर पर दे ध्यान
डॉ प्रियंका सेहरावत के अनुसार Paracetamol से हटके अल्कोहल, डायबीटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हाय ट्राइग्लिसराइड पर काम करें क्योंकि यह फैटी लीवर के लिए रिस्क फैक्टर होते हैं। मोटापा भी फैटी लिवर में एक महत्वपूर्ण रिस्क फैक्टर है जिस पर आपको ध्यान देने की जरूरत है। ऐसे में इस बात का खास ख्याल रखें कि आपका वजन कंट्रोल में रहे ताकि आपको परेशानियों का सामना न करना पड़े।
2. Fatty Liver के लिए Vitamin E का करें सेवन
डॉ प्रियंका के अनुसार विटामिन ई शरीर में फैटी लीवर को कम करने के लिए बेहद जरूरी है। अगर आप अपनी डाइट में विटामिन ई की मात्रा ज्यादा लेते हैं तो आप काफी हद तक रिस्क फैक्टर को कम कर सकते हैं। इसके लिए आप नट्स और सीड्स का सेवन कर सकते हैं। डॉक्टर प्रियंका के मुताबिक दो बादाम और दो अखरोट हर दिन डाइट में लेने से इसका फायदा आपको देखने को मिलेगा। इसके अलावा पंपकिन सीड्स को भी अपनी डाइट में शामिल करें।
3. Fatty Liver में 30 मिनट वॉक है जरूरी
इसके अलावा एम्स की डॉक्टर यह कहती रहती है कि फैटी लीवर मरीज इस बात का भी खास ख्याल रखें कि उनकी लाइफ स्टाइल में काम से कम 30 मिनट का डेली वॉक शामिल हो। बिना व्यायाम वाला लाइफ़स्टाइल आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। ऐसे में अगर आपको फैटी लीवर पर कंट्रोल करना है तो आप हर दिन 30 मिनिट वॉक जरूर करें।
Fatty Liver में भी Paracetamol लेने से रहे दूर
डॉ प्रियंका सेहरावत ने बीते दिन एक और वीडियो शेयर किया था जिसमें उन्होंने बताया था कि आखिर कितनी मात्रा में पेरासिटामोल का हम सेवन कर सकते हैं। ऐसे में उन्होंने बताया था कि हर दिन 4 ग्राम पेरासिटामोल का खुराक सेफ होता है। लीवर की बीमारी से ग्रसित लोगों को पेरासिटामोल से परहेज करने में ही भलाई है और बिना डॉक्टर के संपर्क के उन्हें पेरासिटामोल नहीं लेनी चाहिए क्योंकि लीवर सभी दवाइयां को मेटाबॉलिज्म करता है।